लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, निवेश एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का महत्वाकांक्षी एक जिला-एक उत्पाद (ओ0डी0ओ0पी0) कार्यक्रम को पूरे देश में सराहा जा रहा है। इस कार्यक्रम से जहां पारंपरिक कलाओं को प्रोत्साहन मिल रहा है, वहीं उत्तर प्रदेश से ओ0डी0ओ0पी0 उत्पादों का भी निर्यात हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने एम0एस0एम0ई0 लगाने हेतु कई रिफार्म किये हैं। उत्तर प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए नई इलेक्ट्रानिक पालिसी भी बनाई गई है।
श्री सिंह ने यह जानकारी आज नीदरलैण्ड के एम्बेस्डर श्री मार्टिन वदवेन वर्ग के साथ किये गये वर्चुअल संवाद के दौरान दी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में फूड प्रोसेसिंग, इलेक्ट्रानिक, हेल्थ, एवं रक्षा क्षेत्र में निवेश की व्यापक संभावना मौजूद है। निवेश की दृष्टि से हेल्थ टूरिज्म एक बड़ा सेक्टर है। उन्होंने निवेश एवं निर्यात को बढ़ाने के लिए नीदरलैण्ड के साथ ज्वाइंट वर्किंग गु्रप बनाकर कार्य करने का प्रस्ताव भी दिया। उन्होंने प्रदेश सरकार के साथ नीदरलैण्ड के प्रस्तावित एम0ओ0यू0 को शीघ्र मूर्त रूप प्रदान करने में सहयोग देेने का आग्रह किया।
एम्बेसडर ने कहा कि नीदरलैण्ड खाद्य पदार्थों, डेयरी एवं फूलों का अग्रणी उत्पादक देश है। नीदरलैण्ड के साथ मिलकर फूड प्रोसेसिंग तथा हार्टीकल्चर के क्षेत्र में काम किया जा सकता है। उन्होंने ओ0डी0ओ0पी0 उत्पादों को नीदरलैण्ड में बाजार मुहैया कराने में सहयोग देने का आश्वासन देते हुए रक्षा क्षेत्र मंे भी निवेश कराने हेतु विस्तृत कार्य योजना बनाने की जानकारी दी। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि कोविड के कारण चीन से जो इकाइयां शिफ्ट हो रही है, उनकों उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा।
अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, निवेश एवं निर्यात प्रोत्साहन डा0 नवनीत सहगल ने निवेश की संभावनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश तेजी से विकसित होती हुई अर्थव्यवस्था है। प्रदेश में बेहतर रोड कनेक्टीविटी के लिए एक्सप्रेस-वे का जाल बिछाया जा रहा है। एअर कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए नोएडा में अन्तर्राष्ट्रीय जेवर एअर पोर्ट का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश के लिए उपयुक्त माहौल के साथ ही डिफेंस कारिडोर में निवेश की अपार संभावनाएं है।
डा0 सहगल ने कहा कि उत्तर प्रदेश निवेश की दृष्टि से प्रमुख गन्तव्य स्थान है। यहां कुशल मानव संसाधन के साथ 100 से ज्यादा टेक्निकल यूनिवर्सिटी, 80 से ज्यादा मेडिकल इंस्टीट्यूट स्थापित हैं। उन्होंने ओ0डी0ओ0पी0 कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि पारंपरिक उत्पादों को चिन्हित कर उनको अंतर्राष्ट्रीय बाजार की मांग के अनुसार बेहतर बनाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने राजदूत से ओ0डी0ओ0पी0 उत्पादों के निर्यात को बढ़ाने में सहयोग प्रदान करने का आग्रह भी किया।