उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आज विधान भवन स्थित सभागार में प्रयागराज में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त बैठक की। इस बैठक में प्रयागराज की सांसद श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास श्री अरविन्द कुमार तथा प्रयागराज के कई उद्यमी मौजूद थे।
श्री महाना ने कहा कि प्रयागराज में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्ययोजना के तहत कार्य किया जा रहा है। इसके तहत यह भी व्यवस्था की गई है कि औद्योगिक क्षेत्र में उद्यमियों से लिये जाने वाले मेंटिनेंस चार्ज की राशि उसी इण्डस्ट्रियल एरिया के विकास में खर्च की जाय। इससे औद्योगिक क्षेत्र में उद्यमियों को अच्छी गुणवत्ता की मूलभूत सुविधाएं प्राप्त होंगी। उन्होंने कहा कि टैक्स से संबंधित उद्यमियों की जो भी समस्याएं हैं, उनका त्वरित निदान किया जाय। साथ ही नोटीफिकेशन होने से लेकर एक वर्ष के अंदर उद्यम स्थापित न करने वाले आवंटियों के प्लांट निरस्त किये जायं। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश आये और रोजगार के अवसरों का सृजन हो। इसके लिए वर्ष 2017 की औद्योगिक नीति में विशेष प्रबंध भी किये गये है। साथ ही आवश्यकता के अनुसार नियमों में बदलाव करके उद्यमियों को उद्यम स्थापना हेतु प्रोत्साहित भी किया जा रहा है।
श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि नैनी इण्डस्ट्रियल एरिया के अंतर्गत पानी, बिजली, सड़क आदि मूलभूत सुविधाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाया जाय। संबंधित विभाग के अधिकारी प्रयागराज औद्योगिक क्षेत्र में कैम्प लगाकर उद्यमियों की समस्याओं का त्वरित निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए इंटीग्रेटेड काॅरीडार का विकास किया जा रहा है। उद्यमियों की सुविधा हेतु नैनी इण्डस्ट्रियल एरिया में टेस्टिंग लैब स्थापित करने की योजना है। साथ ही बंद पड़ी औद्योगिक इकाइयों को पुनः शुरू कराने के प्रयास भी किये जा रहे है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रयागराज में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए इन्वेस्ट यूपी के तहत विशेष प्रयास किये जायं।