पाकिस्तान में अराजकता के माहौल से घबराकर इंडिया के सबसे बड़े राज्य के जिला अलीगढ़ आई लाजवंती अपने पति रमेश लाल के साथ थाना बन्नादेवी के नई बस्ती में बीते 15 साल से रह रही हैं.
पाकिस्तान के बलूचिस्तान की रहने वाली लाजवंती को 15 साल बाद भारत की नागरिकता मिल गई है. नागरिकता मिलने के बाद लाजवंती के परिवार में खुशी का माहौल है. लाजवंती ने मोदी सरकार का शुक्रिया अदा किया है. पाकिस्तान में अराजकता के माहौल से घबराकर इंडिया के सबसे बड़े राज्य के जिला अलीगढ़ आई लाजवंती अपने पति रमेश लाल के साथ थाना बन्नादेवी के नई बस्ती में बीते 15 साल से रह रही हैं. 2004 में बलूचिस्तान में अलीगढ़ आई
वर्ष 2004 में अलीगढ़ आई लाजवंती का 1953 में पश्चिमी पाकिस्तान के बलूचिस्तान में जन्म हुआ था और 1972 में इनकी रमेश लाल से बलूचिस्तान में ही शादी हो गई थी. वह वहां किराए की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते रहे. 2004 में बलूचिस्तान के नवाब की हत्या कर दी गई. जिसके बाद वहां अराजकता का माहौल बढ़ गया. आए दिन बमबारी, तोड़फोड़, आगजनी होने लगी. इस पर लाजवंती ने अपने पति रमेश लाल से इंडिया में रहने के लिए कहा. रमेश लाल के बड़े भाई बच्चा राम इंडिया में ही रहते हैं. जिससे रमेश लाल ने संपर्क किया तो बच्चा राम ने रमेश लाल को इंडिया बुला लिया. जिसके बाद पासपोर्ट और वीजा से इंडिया में 15 साल बिताए.
नागरिकता लेने के लिए 2015 में गुहार लगाई, जिसके बाद मोदी सरकार ने इंडिया की नागरिकता की मोहर लगाकर रहने के लिए आदेश दिया. हाल ही में डीएम अलीगढ़ चंद्र भूषण सिंह ने लाजवंती को नागरिकता का प्रमाण पत्र दिया था. इंडिया की नागरिकता मिलने के बाद परिवार में इतना खुशी का माहौल है कि मोदी सरकार को लाखों बधाइयां और शुभकामनाएं दी जा रही है. लाजवंती के परिवार में अभी कुछ लोगों को इंडिया की नागरिकता मिलना बाकी है.
लाजवंती का कहना है कि मोदी सरकार उन्हें भी जल्द ही इंडिया की नागरिकता देगी. उनका एक बहू और बेटा बलूचिस्तान में है, जो जल्द ही इंडिया का हिस्सा बनेगा. न्यूज़ सोर्स News18