लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा गांधी जी की 150वीं जयंती पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्वीकृत समन्वित विकास के लक्ष्यों पर लगातार 48 घंटे विमर्श करेगी। दीक्षित ने बताया कि सत्र ऐतिहासिक होगा। 48 घंटे लगातार चलेगा। मध्य में कोई अवकाश नहीं होगा। विधानसभा के इस विशेष सत्र का निर्णय आज दोपहर अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित की अध्यक्ष में सभी दलों के नेताओं द्वारा सर्वसम्मति से विधानभवन में लिया गया। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ विस्तार से विषय रखा और कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित ‘सस्टेनेबुल डेवलपमेंट गोल्स’ ‘समेकित विकास के लक्ष्य’ पर भारत समेत 107 देशों ने हस्ताक्षर बनाए थे। उन लक्ष्यों में प्रमुख रूप से गरीबी दूर करना, स्त्री-पुरूष असमानता को दूर करना, कुपोषण, सबके लिए स्वास्थ्य, सबके लिए ऊर्जा, सबके लिए शिक्षा, पोषण, पेयजल लैंगिक समानता करना आदि लक्ष्य तय किये गये थे। यह विषय अधिकांश देशों के मुख्य एजेण्डे में है। भारत सरकार, उत्तर प्रदेश की सरकार इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्व है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वर्ष गांधी जी की 150 वीं जयंती का है। गांधी जी ने इस देश में समाज के सबसे नीचे के पायदान पर स्थित व्यक्ति के जीवन स्तर के उन्नयन का सपना देखा था। हम सब गांधी जयंती के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र संघ के 17 सतत विकास के लक्ष्यों पर चर्चा करेंगे। सभी मा0 सदस्य प्रदेश सहित अपने-अपने क्षेत्र में सतत विकास के लक्ष्य के अन्तर्गत गरीबी, पर्यावरण, आर्थिक असमानता, भुखमरी, ऊर्जा, शिक्षा, जलवायु परिवर्तन आदि विषयों पर चर्चा कर सकेगे। वे अपने बहुमूल्य सुझाव भी देगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के इन लक्ष्यों की पूर्ति के लिए प्रदेश सरकार ने काफी कुछ किया है। बहुत कुछ किया भी जाना है। इसके बारे में सदन में प्रत्येक क्षेत्र की समस्याएं विधायकों के माध्यम से आ सकेंगी। इस बैठक में मंत्रीगण व दलीय नेता व सभी मा0 सदस्यगण बोलेंगे। जो सदस्य आज तक नहीं बोले है वे भी सतत विकास से संबंधित अपने क्षेत्र की समस्याओं के बारे में सदन में विचार रखेंगे। राज्य विधानसभा देश को नया संदेश देगी। इसकी कार्यवाही की बुकलेट लोकसभा सहित सभी विधान सभाओं को भी प्रेषित की जायेगी।
श्री दीक्षित ने कहा कि महात्मा गांधी के 150वीं जयंती के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र संघ के 17 सतत विकास के लक्ष्यों की पूर्ति के लिए बुलाया गया सत्र एक बहुत ही महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक होगा। ऐसे सत्र का आयोजन प्रदेश में पहली बार हो रहा है। इसमें गरीबी, कुपोषण, शिक्षा, पर्यावरण आदि सतत विकास के कार्यक्रमों पर मंथन का अवसर प्राप्त होगा। सतत विकास के लक्ष्यों को वर्ष 2030 तक पूर्ण करने के लिए समीक्षा हेतु विधान सभा के स्तर पर एक समिति के गठन किये जाने हेतु चर्चा होगी। पटना में सम्पन्न सी0पी0ए0 की बैठक में इसके पूर्व में इस बिन्दु पर चर्चा हो चुकी है।
संसदीय कार्य मंत्री, श्री सुरेश कुमार खन्ना जी ने मा0 मुख्यमंत्री जी की भावनाओं के साथ सम्बद्ध करते हुए सभी दलीय नेताओं से विशेष सत्र के आयोजन में सहयोग करने की अपील की।
बैठक में नेता विरोधी दल, श्री राम गोविन्द चैधरी, बहुजन समाज पार्टी के नेता श्री लाल जी वर्मा, कांगेस पार्टी के नेता श्री अजय कुमार लल्लू, अपना दल (सोनेलाल) के नेता श्री नील रतन पटेल एवं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता श्री ओम प्रकाश राजभर ने अपने-अपने विचार प्रकट किये। सबने इस विशेष सत्र पर अपनी सहमति व्यक्त करते हुए प्रत्येक प्रकार का सहयोग देने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश विधान सभा के प्रमुख सचिव, श्री प्रदीप कुमार दुबे भी उपस्थित रहे।