लखनऊ: प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा ने आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आज 08वें राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर उ0 प्र0 डिजाइन एवं शोध संस्थान(यूपीआईडीआर), लखनऊ में संत कबीर दास जी की हथकरघा के साथ प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर उन्होंने संस्थान व इलाहाबाद विश्वविद्यालय के फैशन डिजाइन, क्राफ्ट, आर्ट व कल्चर में प्रशिक्षण प्राप्त 50 बच्चों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया।
उ0प्र0 डिजाइन एवं शोध संस्थान, लखनऊ द्वारा अपने कैंपस में 02 अगस्त से 07 अगस्त, 2022 तक फैशन डिजाइन, क्राफ्ट, कल्चर एवं वीविंग में प्रशिक्षण कार्यशाला व प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था, जिसमें यूपीआईडीआर संस्थान तथा इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने प्रतिभाग किया। आज नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा ने इस कार्यशाला एवं प्रदर्शनी का समापन किया।
बतौर मुख्य अतिथि कार्यशाला में उपस्थित जनसमुदाय, छात्र-छात्राओं तथा संस्थान के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए श्री ए0के0 शर्मा ने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री मोदी जी के आह्वान पर हमारा देश तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। देशवासियों का विदेशी वस्तुओं के बजाय स्वदेशी वस्तुओं की ओर रुझान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि देश में बनी वस्तुओं, अपनी संस्कृति व कला एवं मातृभूमि से अटूट प्रेम ही अमर शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। केंद्र सरकार प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आजादी की 75 वी वर्षगांठ को और प्रगाढ़ बनाने के लिए श्हर घर तिरंगाश् कार्यक्रम का आयोजन कर रही है, जिसमें तिरंगा का सम्मान हर घर तिरंगा लगाकर करना हैं।
इस अवसर पर श्री शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर यूपीआईडीआर संस्थान ने महान संत कबीर दास जी के कार्यों, शिक्षा और सिद्धांतों के प्रति अपनी संवेदना दिखाई है और समाज में व्याप्त अंधविश्वास व बुराइयों से मुक्ति के लिए लोगों को प्रेरित भी किया है, इसके लिए वे धन्यवाद के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि लोगों के चेहरे पर मुस्कान आये दीन-हीन, गरीब एवं लाचार के जीवन में बदलाव आए, यही कबीर दास जी का मूल सिद्धांत था।
श्री ए0के0 शर्मा ने कहा कि 07 अगस्त, 1905 को कोलकाता में स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत को समर्थ बनाने के लिए विदेशी सामान का बहिष्कार करने का आह्वान किया था। इस तिथि के सम्मान में ही मोदी जी ने 07 अगस्त, 2015 को चेन्नई में इस दिवस की शुरुआत की थी। कहा कि राष्ट्रहित में अर्थव्यवस्था की मजबूती व आत्मनिर्भरता के लिए विदेशी सामान को नजरअंदाज करना होगा। हैंडलूम कृषि क्षेत्र के बाद सबसे बड़ा सेक्टर है। उसको मजबूत करने के लिए सभी को आगे आना होगा। मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा स्वयं इस क्षेत्र की बनी उत्कृष्ट चीजों को विदेशों में जाकर उपहार देते हैं।
कार्यशाला में लगाई गई प्रदर्शनी के विभिन्न स्टालों का मंत्री जी ने अवलोकन किया तथा बच्चों द्वारा बनाए गए खिलौनों, राखी, तिरंगा झंडे की सराहना की। इस दौरान उन्होंने संगमरमर, हाथीदांत,चांदी, धात, टेरा कोटा व लकड़ी से बनी विलक्षण कलाकृतियों एवं चित्रों को देखा और प्रशंसा की।उन्होंने बच्चों द्वारा हैंडलूम से तिरंगे झंडे को बनाते हुए देखकर, इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा की और उन्हें प्रेरित किया। इस अवसर पर संस्थान की अध्यक्षा श्रीमती शिप्रा शुक्ला,निदेशक, यूपीआईडीआर श्री प्रशांत शर्मा,संस्थान के छात्र व पदाधिकारी उपस्थित थे।