देहरादून: स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ’इंदिरा अम्मा भेाजन योजना’ का शुभारम्भ किया। सस्ते भोजन की इस योजना का घंटाघर स्थित एचएनबी काॅम्पलैक्स में शुभारम्भ करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि मेहनतकशों, मजदूरों व साधनहीनों को हमारी तरफ से एक सहायता है। हमारे लिए दिन रात काम करने वाले मेहनतकशों को आभार के रूप में यह योजना प्रारम्भ की गई है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि देहरादून से प्रारम्भ किए गए इंदिरा भोजनालय अन्य स्थानों पर भी शुरू किए जायेंगे। बहुत ही कम समय में बेहतरीन व्यवस्थाएं करने के लिए उन्होंने एमडीडीए की सराहना की। उन्होंने हल्द्वानी में भी एमडीडीए के माध्यम से इंदिरा भोजनालय शुरू करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना के विस्तार से जहां साधनहीनों को कम कीमत में भरपेट पोष्टिक भोजना मिलेगा वही हमारे उत्तराखण्ड के व्यंजन भी लोकप्रिय होंगे। उत्तराखण्ड में दुनियाभर से पर्यटक आते है। हमें केवल अपनी परम्पराओं, संस्कृति, खानपान को प्रस्तुत करने में सुधार करना होगा। राज्य के विकास में महिला स्वयं सहायता समूहों से काफी उम्मीदें है। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि राजलक्ष्मी स्वयं सहायता समूह इंदिरा भोजनालय का संचालन साफ सफाई के साथ कुशलतापूर्वक करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व0 इंदिरा गांधी को विश्व में गरीबों की हितैषी के तौर पर जाना जाता था।
कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह पंवार ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री रावत के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने वंचित वर्गों के हित में अनेक निर्णय लिए है और जनकल्याणकारी योजनाएं प्रारम्भ की है। इंदिरा अम्मा योजना इसी क्रम में प्रारम्भ की गई है। एमडीडीए उपाध्यक्ष आर मीनाक्षी सुंदरम ने जानकारी देते हुए बताया कि भोजनालय में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा गया है। 20 रूपय थाली में राजमा-उडद-भट की मिश्रित दाल, चैलाय का साग या आलू गोभी की सब्जी, 4 रोटी, चावल, हरी चटनी व अचार उपलब्ध करवाया जाएगा।