गोपेश्वर: सोने के सिंहासन के बाद भगवान बदरी नारायण अब सोने की छत के नीचे विराजमान हो गए हैं। लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार भगवान बदरीनाथ सोने की छत के नीचे विराजमान हुए हैं। सहारनपुर के गुप्ता बंधुओं की ओर से बदरीनाथ मंदिर के गर्भगृह की छत पर करीब पांच किलोग्राम सोने की परत लगाई गई है। यह कार्य दस कारीगरों ने दो दिन में पूरा किया है।
लेकिन गुप्ता बंधुओं के भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे दक्षिण अफ्रीका के तत्कालीन राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ व्यापारिक रिश्तों के कारण बदरीनाथ में सोने की छत बनवाने का काम शुरू नहीं हो पाया। उस दौरान उन्होंने नौ दिवसीय भागवत कथा का आयोजन किया था। भागवत कथा प्रसिद्ध कचावाचक अवधेशानंद जी महाराज ने की थी।
हो-हल्ला होने पर मंदिर समिति ने राज्य सरकार को इस मामले में निर्णय लेने की मांग की, लेकिन इसी बीच मंदिर समिति भंग हो गई। सरकार के इस फैसले को लेकर एक पक्ष ने न्यायालय की शरण ले ली। हालांकि प्रकरण अभी भी न्यायालय में विचाराधीन है।
बीकेटीसी के सीईओ बीडी सिंह ने बताया कि गुप्ता बंधुओं की ओर से बदरीनाथ मंदिर की छत पर सोने की परत बिछाने की इच्छा एक वर्ष पूर्व जताई गई थी। लिहाजा छत में सोने की परत बिछाने का काम करवाया गया। इसमें कोई विवाद वाली बात नहीं है। छत पर सोने की परत बिछाने का काम सहारनपुर के कारीगरों ने दो दिन में पूरा किया है। सोर्स अमर उजाला