नई दिल्ली: हर वर्ष केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ‘जीवन को जोखिम में डालकर अभूतपूर्व उत्कृष्ट सेवा’ के लिए राष्ट्रपति का प्रशस्ति प्रमाण-पत्र पुरस्कार और अपने कर्तव्यों के उत्कृष्ट निर्वहन के संबंध में ‘विशिष्ट उत्कृष्ट सेवा’ के लिए राष्ट्रपति का प्रशस्ति प्रमाण-पत्र पुरस्कार प्रदान किया जाता है। इन पुरस्कारों की घोषणा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है। इस साल 3 अधिकारियों का चयन ‘जीवन को जोखिम में डालकर अभूतपूर्व उत्कृष्ट सेवा’ के लिए राष्ट्रपति के प्रशस्ति प्रमाण-पत्र पुरस्कार के लिए और 43 अधिकारियों एवं कर्मचारियों का चयन अपने कर्तव्यों के उत्कृष्ट निर्वहन के संबंध में ‘विशिष्ट उत्कृष्ट सेवा’ हेतु राष्ट्रपति के प्रशस्ति प्रमाण-पत्र पुरस्कार के लिए किया गया है।
इन अधिकारियों ने जिन विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवाएं दी हैं, उनमें प्रतिबंधित एवं मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम, कर चोरी एवं कारोबार आधारित मनी-लॉन्ड्रिंग का पता लगाना, ऑडिट, व्यापार को सुविधाजनक बनाने के उपाय करना, बुनियादी ढांचागत सुविधाओं/तस्कर-रोधी उपकरणों का उन्नयन करना, विभाग में प्रवर्तन प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना इत्यादि शामिल हैं। इसके अलावा कई अन्य पुरस्कृत अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने अन्य क्षेत्रों में भी उत्कृष्ट और सराहनीय काम किया है, जिनमें कर नीति, राजस्व जुटाना, सीमा शुल्क, केन्द्रीय उत्पाद शुल्क/कर और सीजीएसटी की संरचनाओं के स्वचालन के लिए सॉफ्टवेयर का विकास, मुकदमेबाजी में कमी लाना और विवादों को सुलझाना, न्यायाधिकरणों और उच्च न्यायालयों में मामलों को कुशलतापूर्वक निपटाना, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण के साथ-साथ प्रशासनिक कामों में कुशलता प्रदर्शित करना शामिल हैं।
इस साल पुरस्कार प्राप्त करने वालों में प्रधान मुख्य आयुक्त की रैंक वाले अधिकारी (1), प्रधान आयुक्त (2), आयुक्त (2), अपर आयुक्त (8), उप/सहायक आयुक्त (6), अधीक्षक (17) और अन्य (10) शामिल हैं।