लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ श्री नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोविड संक्रमण को देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा कोविड संक्रमण को नियंत्रण करने के लिए सभी व्यवस्थाए और अधिक की जा रही है। उन्होंने बताया कि कोविड प्रबंधन के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी प्रतिबद्धता के साथ टीम-11 के सदस्यों साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये है। मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर जनपदों में कोविड बेड बढ़ाने का कार्य में निरन्तर बढ़ोत्तरी की जा रही है। जनपदों में आॅक्सीजनयुक्त कोविड बेड बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति को और बेहतर करने के लिए अलग-अलग स्थानों पर 10 नए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे है। इस कार्य में डीआरडीओ का सहयोग मिल रहा है। इसके अलावा, भारत सरकार से भी प्रदेश में ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए अनुरोध किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आॅक्सीजन की आपूर्ति के लिए विभिन्न औद्योगिक संस्थानों को भी अस्तपतालों में आॅक्सीजन उपलब्ध करने के लिए कहा गया है।
श्री सहगल ने बताया कि किसी भी जीवन रक्षक औषधि तथा होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के मेडिकल किट की दवाओं की कोई कमी न हो इसके लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग का कंट्रोल रूम निरन्तर कार्यशील रहते हुए रेमडेसिविर सहित विभिन्न औषधियों की उपलब्धता पर लगातार नजर की जा रही है। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी दशा में यह सप्लाई चेन बाधित न होने पाए। स्वास्थ्य राज्य मंत्री औषधियों की उपलब्धता और आपूर्ति की पूरी चेन पर नजर रख रहे है। उन्होंने बताया कि आज साप्ताहिक बन्दी पर स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फाॅगिंग के विशेष अभियान युद्धस्तर पर संचालित किया जा रहा है। इस अभियान में ग्रामीण और शहरी इलाकों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फाॅगिंग की प्रभावी कार्रवाई की जा रही है।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने हेतु सभी जनपदों में क्वारन्टीन सेंटर का सुचारु संचालन सुनिश्चित किया जा रहा है। प्रदेश के बाहर से आने वाले लोग लक्षणयुक्त होने पर घर में 14 दिन तथा बिना लक्षणयुक्त वाले लोगों को 7 दिन घर में ही व्यतीत करना है। इसके अलावा यदि प्रदेश के बाहर से आने वाले व्यक्ति की कोविड टेस्ट रिपोर्ट पांजीटिव आने पर उसे आवश्यक अनुसार अस्पताल में या होम आइसोलेशन में रखा जायेगा। क्वारन्टीन सेंटर में लोगों के ठहरने तथा भोजन आदि की समुचित व्यवस्था की जा रही है। प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन चल रहा है। इसमें पात्र व्यक्ति अपना वैक्सीनेशन आवश्यक करवाये। उन्होंने बताया कि रायपुर (छत्तीसगढ़) में अस्पताल में आग लगने की घटना का मुख्यमंत्री जी ने संज्ञान लेते हुए गृह विभाग तथा अग्निशमन विभाग को प्रदेश के सभी जिलों के सभी सरकारी व निजी चिकित्सा संस्थानों में फायर सेफ्टी के उपकरणों का परीक्षण करने को कहा है।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया कोविड-19 के प्रोटोकल का पालन करते हुए तेजी से चल रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद किये जाने हेतु 6000 क्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि एक नई व्यवस्था के तहत कृषक उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) को भी क्रय केन्द्र खोलने की अनुमति दी गयी है। उन्होंने बताया कि किसान उत्पादक संगठन 150 केन्द्रों के माध्यम से संचालित किया जायेगा। उन्होंने जिलाधिकारियों के द्वारा कृषक उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) को भी क्रय केन्द्रों से जोड़कर गेहूं क्रय का कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। यह व्यवस्था प्रदेश में पहली बार हो रही है। 01 अप्रैल से 15 जून, 2021 तक गेहू खरीद का अभियान जारी रहेगा। गेहू क्रय अभियान में अब तक 3,55,249.47 लाख मी0 टन से अधिक गेहूं खरीदा गया है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग का कार्य करते हुए, टेस्टिंग की क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है। गत एक दिन में कुल 2,36,492 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 3,82,66,474 सैम्पल की जांच की गयी है। इसमें लगभग 93,947 सैम्पलों की जांच आरटीपीसीआर के माध्यम से की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 30,596 नये मामले आये है। प्रदेश में 1,91,457 कोरोना के एक्टिव मामले में से 97,558 लोग होम आइसोलेशन में, निजी चिकित्सालयों में 3,520 लोग तथा शेष मरीज सरकारी चिकित्सालयों में इलाज भी करा रहे हैं। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 2,11,246 क्षेत्रों में 5,44,383 टीम दिवस के माध्यम से 3,26,14,346 घरों के 15,78,27,716 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। प्रदेश में 45 वर्ष सेे अधिक आयु वालों का कोविड वैक्सीनेशन किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि 45 वर्ष से अधिक लोगों का कोविड वैक्सीनेशन कराने में सहयोग प्रदान करें। अब तक 91,03,334 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गयी तथा पहली डोज लेने वालों में से 16,10,320 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गयी हैं। इस प्रकार कुल 1,07,13,654 वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है।
श्री प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर पूरे प्रदेश के सभी जनपदों में कोविड बेडों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जा रही है। प्रत्येक जनपद को 200 कोविड बेड और बढ़ाने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि ऐसे लोग जिनकी कोविड-19 की रिपोर्ट आना बाकी है लेकिन अन्य प्रकार की जांच में कोविड लक्षण मिलने पर उन व्यक्तियों का कोविड उपचार शुरू कर दिया जायेगा। इस सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है। इसी तरह अस्पतालों में भर्ती कोविड-19 के मरीज के स्वस्थ्य होने पर यदि चिकित्सक आश्वस्त होते है तो मरीज को अस्पताल से घर में रहने की अनुमति दी जायेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अस्पतालों में कोविड-19 के उपचार के लिए प्राप्त मात्रा में उपकरण तथा मेडिसिन उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि मोहल्ला/ग्रामीण निगरानी समिति प्रदेश के बाहर से आने वाले लोगों के लिए कोविड प्रोटोकल का पालन करवाते हुए उनकी कोविड जांच करवाये। प्रदेश के बाहर से आने वाले लोग लक्षणयुक्त होने पर घर में 14 दिन तथा लक्षणविहीन वाले लोगों को 7 दिन घर में ही व्यतीत करना है। इसके अलावा यदि प्रदेश के बाहर से आने वाले व्यक्ति की कोविड टेस्ट रिपोर्ट पाजीटिव आने पर उसे आवश्यक अनुसार अस्तापल में या होम आइसोलेशन में रखा जायेगा।
श्री प्रसाद ने लोगों से अपील है कि मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करे, सैनेटाइजर व हाथ साबुन से अवश्य धोते रहे। उन्होंने बताया कि संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन अवश्य करें। अपने हाथ को साबुन-पानी से निरन्तर धोते रहें। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। उन्होंने कहा कि घर के बड़े-बुजुर्गों का टीकाकरण अवश्य कराएं।