देहरादून: अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर न्यू कैन्ट रोड़, मुख्यमंत्री आवास में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने
विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाली महिलाओं को ’’मुख्यमंत्री महिला सम्मान’’ से सम्मानित किया। इसके अतंर्गत, आई.ए.एस., आई.पी.एस., आई.एफ.एस. अधिकारियों सहित अपने अपने क्षेत्रों में विशिष्ट कार्य करने के वाली 13 जनपदों से चुनी गयी महिलाओं को तीलू रौंतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साथ ही अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को भी कार्यक्रम में पुरस्कृत किया गया। खिलती कलियाँ बाल पोषण कार्यक्रम के अन्तर्गत बच्चों के पोषण हेतु उत्कृष्ट कार्य करने के लिए भी विभिन्न महिलाओं को सम्मानित किया गया।
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राज्य की महिलाओं को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड के निर्माण एवं विकास में महिलाओं का अहम योगदान रहा है। महिलाओं का जिक्र किए बिना उत्तराखण्ड की बात पूरी नहीं हो सकती। महिलाएं जिस भी क्षेत्र से जुड़ी हैं, उस क्षेत्र में पूर्णता नजर आती है। उन्होंने कहा कि यदि किसी परिवार से महिलाओं की भूमिका हटा दी जाए तो परिवार का अस्तित्व ही नहीं बचता। अभावों के बावजूद महिलाएं परिवार को एकजुट रखने में सक्षम होती हैं।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य की कल्पना महिलाओं के बिना नही की जा सकती। राज्य की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए राज्य सरकार कार्य कर रही है। संसाधनों की कमी एवं मौसम की मार के बावजूद राज्य सरकार हर कदम पर महिलाओं के साथ है। हम बच्ची के जन्म से लेकर वृद्धावस्था तक किसी न किसी प्रकार महिलाओं की मदद कर रहे हैं। उन्होंने आशा कार्यकत्रियों, भोजन माताओं एवं दायी माँ की प्रशंसा करते हुए कहा कि इनके रहने से ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत सहायता मिल रही है। महिला सशक्तिकरण हेतु राज्य की ब्राण्ड एम्बेसेडर कविता बिष्ट के साहस एवं संघर्ष की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पहाड़ की महिलाएं तो संघर्ष का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिला कल्याण व महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दे रही है। इसकी झलक आने वाले बजट सत्र में मिलेगी। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत ने नारी निकेतन में किये गए सुधार कार्याें के लिए सचिव भूपिंदर कौर औलख की भी प्रशंसा की।
कार्यक्रम में आई.ए.एस अधिकारियों में श्रीमती राधा रतूड़ी, मनीषा पंवार, भूपिंदर कौर औलख, ज्योति खैरवाल, दमयन्ती दोहरे, ऊषा शुक्ला, रंजना, सोनिका, ईवा सहाय, स्वाती भदौरिया व वंदना, आई.पी.एस. अधिकारियों में विम्मी सचदेवा, रिधिम अग्रवाल, नीरू गर्ग, स्वीटी अग्रवाल, निवेदिता कुकरेती, रेणुका, विमला गुंज्याल, प्रीति प्रियदर्शिनी व तृप्ति भट्ट तथा आई.एफ.एस अधिकारियों में रंजना काला, नीना ग्रेवाल, मीनाक्षी जोशी, तेजस्विनी, नीतू, कहकशा, कल्याणी व नेहा वर्मा को सम्मानित किया गया। साथ ही मुख्यमंत्री श्री रावत ने महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डाॅ.कुसुम नरियाल, अपर जिलाधिकारी, देहरादून झरना कमठान, उपजिलाधिकारी देहरादून कुसुम, अपर आयुक्त परिवहन डाॅ.सुनीता सिंह, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट, एम.डी.डी.ए. से मीनाक्षी पटवाल एवं तहसीलदार शालिनी को भी सम्मानित किया गया। इसके अलावा लेखन के क्षेत्र में श्रीमती सुनीता चैहान, काव्य के क्षेत्र में श्रीमती वीना पाणी जोशी, शिक्षा के क्षेत्र में डाॅ. इन्दु सिंह, पत्रकारिता के क्षेत्र में अंजली नौरीयाल, संगीत के क्षेत्र में सोनिया आनंद व उद्यम के क्षेत्र में श्रीमती राकेश धवन को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर तीलू रौतेली पुरस्कार से श्रीमती सावित्री मंमगाई, कु. ममता रावत, आशा शैली, कु. अंशिका जैन, श्रीमती पदम चैधरी, श्रीमती शमीम बानों, सुश्री पुष्पा चैहान, सुषमा बोरा, कु. श्रद्धा जोशी, लीला बनग्याल, श्रीमती प्रभा रतूड़ी एवं चन्द्रकला नौटियाल को सम्मानित किया गया। आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों पुरस्कार से श्रीमती बसन्ती मेहरा, पूनम फत्र्याल, विनीता कौर, सुखदेव कौर, बीना भारती, कु. सुवांरा, पवित्रा देवी, विजया नवानी, सरिता देवी, दीपा सामन्त, कु. लता आर्य, नीमा खेतवाल, द्रोपदी खनका, रमा देवी, सुश्री संगीता, अफसाना, किरण जोशी, सुमनलता यादव, गीता रानी नेगी, पूनम रानी, प्रेमा बत्र्वाल एवं हंसी देवी को सम्मानित किया गया।
इसके साथ ही वर्ष 2015-16 में वजन एवं पोषण दिवस में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पोषण दूत श्रीमती क्षमा बहुगुणा, बिन्दु मौर्य, रेखा पालीवाल, आशा जोशी, देवेश्वरी कुंवर, धनी शाही एवं अर्चना जोशी को भी मुख्यमंत्री श्री रावत ने सम्मानित किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री रावत ने महिलाओं को रोजगार हेतु ‘‘मुख्यमंत्री महिला सतत् आजीविका योजना‘‘ के तहत महिलाओं को सिलाई मशीनों का वितरण भी किया। कार्यक्रम में ही निर्भया योजना के तहत युवाओं के संवेदनीकरण एवं लिंग भेद के प्रति जागरूकता हेतु फिल्म का एवं राज्य महिला आयोग द्वारा निर्मित घरेलु हिंसा सम्बंधी पोस्टर का भी मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा अनावरण किया गया।