देहरादून: बुधवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मिशन इंद्रधनुष के दूसरे चरण का शुभारम्भ किया। दून जिला महिला चिकित्सालय में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों को टीके की दवा पिलाकर योजना की शुरूआत करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमारे लिए एक-एक बच्चा महत्वपूर्ण है।
आशा है कि इस कार्यक्रम को स्वास्थ्य विभाग मिशन मोड़ में संचालित करेगा और चयनित जिलों में शतप्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने में सफल रहेंगे। अभिभावकों से भी अपील की है कि वे अपने बच्चों को स्वास्थ्य केंद्रों पर लेकर आएं और बच्चों के टीका लगवाएं। गर्भवती बहनें भी जरूरी टीके लगवाने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर आएं।
बताया गया कि मिशन इंद्रधनुष के द्वितीय चरण, ‘जिंदगी इंद्रधनुष बनाएं’ के तहत पूरे देश के 297 जनपदों को चिन्हित किया गया है। इसमें उŸाराखण्ड के देहरादून, टिहरी, ऊधमसिंहनगर व उŸारकाशी जनपद शामिल हैं। यह कार्यक्रम 7 अक्टूबर से आगामी सात दिनों तक उक्त जिलों में संचालित किया जाएगा। आगामी नवम्बर, दिसम्बर व जनवरी में भी प्रत्येक माह की 7 तारीख से अगले सात दिनों तक इस अवधि में गर्भवती महिलाओं व दो वर्ष तक के टीकाकरण से छूटे बच्चों का शतप्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा। इसमें डीएआरसी, ब्लाॅक कार्डिनेटर, बीपीएम, एएनएम, व आशाओं के सहयोग से आंशिक रूप से प्रतिरक्षित व आगामी टीकाकरण के लिए पात्र सभी गर्भवती महिलाओं व बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। कार्यक्रम के संचालन के लिए राज्य, जनपद, ब्लाॅक स्तर पर टास्क फोर्स समितियों का गठन किया गया है।
यह भी जानकारी दी गई है कि मिशन इंद्रधनुष का प्रथम चरण हरिद्वार में मई, जून व जुलाई माह 2015 सफलतापूर्वक आयोजित किया गया था। इस अभियान में कुल 14,880 गर्भवती महिलाओं व 50,729 बच्चों को लाभान्वित किया गया था। राज्य में मिशन इंद्रधनुष के प्रथम चरण को सफलतापूर्व संचालित करने व इसमें किये गए कार्यों की भारत सरकार द्वारा सराहना की गई है।