देहरादून: सचिव कौशल विकास डाॅ.पंकज कुमार पाण्डेय ने प्रदेश के युवाओं को तकनीकि प्रशिक्षण के साथ ही रोजगार प्रदान करने हेतु सोमवार को आई.टी.आई., देहरादून में पेस्ट्री सैफ, हाउस कीपिंग तथा आॅटोमोटिव के क्षेत्र में प्रशिक्षण का शुभारम्भ किया।
कौशल विकास विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सचिव कौशल विकास डाॅ.पंकज कुमार पाण्डेय ने प्रशिक्षणार्थियों केे उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हाउस किपिंक, पेस्ट्री सैफ तथा आॅटोमोटिव जैसे सेक्टरों में बेहतर रोजगार की अपार सम्भावनाएं है। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं को इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जुड़ने हेतु आमंत्रित भी किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड कौशल विकास समिति का गठन ही राज्य के युवाओं का कौशल विकास कर उन्हें रोजगारपरक बनाने हेतु किया गया है। उन्होंने कहा कि समिति ने राज्य में आई आपदा के दौरान बड़े औद्योगिक समूहों के सहयोग से प्रभावित क्षेत्रों में अहम भूमिका निभाई। कौशल विकास समिति ने सीमित वित्तीय संसाधनों के बावजूद दिन प्रतिदिन राज्य के युवाओं को प्रशिक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है।
सचिव कौशल विकास डाॅ.पंकज कुमार पाण्डेय ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर संचालित प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) का भी संचालन समिति द्वारा राज्य स्तर पर किया जा रहा है। इस योजना के अन्तर्गत आगामी 03 वर्षो में लगभग 50,000 युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाना है। राज्य भर में उत्तराखण्ड कौशल विकास समिति के पोर्टल पर अबतक 34095 युवा रजिस्टर्ड हैं। जिसके सापेक्ष समिति ने गत वर्ष 10 हजार युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा था। जिसके विपरीत 12 हजार युवाओं को 32 सेक्टरों में 300 केन्द्रों पर 120 प्रशिक्षण प्रदाताओं एवं 22 सेक्टरों स्किल कौंसिल के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया गया है और उनके रोजगार/स्वयं का कारोबार शुरू करने हेतु अवसर प्रदान किये जा रहे है। वर्तमान तक 3475 युवाओं को रोजगार प्रदान किया जा चुका है।
सचिव कौशल विकास डाॅ.पंकज कुमार पाण्डेय ने कहा कि कार्यक्रम की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु समिति ने अपने पोर्टल पर छात्रों की उपस्थिति, प्रशिक्षण प्रदाताओं, छात्रों एवं भुगतान आदि सम्बंधी सूचनाएं रियल टाइम में उपलब्ध की है। जिसे कोई भी www.uksdm.org पर लाॅग इन कर सूचनाएँ प्राप्त कर सकता है। उत्तराखण्ड कौशल विकास समिति ने एक कदम आगे बढ़कर देहरादून, हरिद्वार, सितारगंज एवं हल्द्वानी जेल में जेल इनमेट एवं नारी निकेतन हेतु कौशल विकास कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक संचालन किया। जिससे प्रशिक्षुओं में पाॅजिटिव उर्जा का संचार हुआ। वर्तमान में जिला कारागार देहरादून में 58 बंदियों को जैविक कृषि क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
सचिव कौशल विकास डाॅ.पंकज कुमार पाण्डेय ने कहा कि समिति ने आज के दौर में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव एवं आकार के अनुसार कुशल उत्तराखण्ड नामक मोबाईल एप्लीकेशन को भी लांच किया है, ताकि दूर-दराज के क्षेत्रों के युवाओं को भी रोजगार के अवसर मिल सकें। इस मोबाईल एप्लीकेशन के माध्यम से उपयोगकर्ता सम्बन्धित क्षेत्र के कुशल कामगार को तलाश कर सकेंगे साथ ही युवा अपना पंजीकरण कर कुशल कामगार बनने की राह पर अग्रसर हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि इसके अलावा समिति ने अपने पोर्टल पर सभी विभागों को कौशल विकास कार्यक्रम सम्बन्धी सूचना उपलब्ध कराने के उद्देश्य से फाॅर्मेट अपलोड किया है ताकि राज्य में कौशल विकास कार्यक्रमों के संचालन में ओवरलैपिंग को रोका जा सके। समिति द्वारा राज्य में रिकग्निशन आॅफ प्रायॅर लर्निग ( RPL ) का क्रियान्वयन किया जाना प्रस्तावित है। जिससे की हुनरमंद लोग, जिनके पास कार्य अनुभव तो है लेकिन उनके पास कोई प्रमाण नहीं है, उन्हें भी परीक्षण के उपरांत प्रमाण पत्र देकर उन्हें भविष्य में बेहतर रोजगार प्रदान किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि समारोह में हाउस कीपिंग के प्रशिक्षणार्थियों को प्लेसमेंट आॅफर लेटरर्स भी वितरित किये गये। आॅफर लेटरर्स प्राप्त करने वाले सभी छात्रों को प्रशिक्षण के उपरान्त मल्टीनेशनल कम्पनी सोडेक्सोे में रोजगार प्रदान किया जायेगा। हाउस किपिंक की टेªनिंग आई.टी.आई. टिहरी, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, उधमसिंहनगर में दो माह की होगी। पेस्ट्री सैफ की टेªनिंग महिला आई.टी.आई., देहरादून में चार माह की होगी। आॅटोमोटिव की टेªनिंग तीन माह की होगी जिसका संचालन आई.टी.आई. निरंजनपुर में किया जा रहा है। उपरोक्त सभी प्रशिक्षण के कार्यक्रम रूस तमजी अकादमी के द्वारा सचांलित किये जा रहे है।
इस अवर पर नोडल अधिकारी कौशल विकास मिशन/उपनिदेशक सेवायोजन श्रीमति चन्द्रकांता, प्रधानाचार्य महिला आई.टी.आई. श्री दिनकर रौतेला, वाईस प्रेेसिडेन्ट रूसतमजी अकेडमी के श्री कवि लूथरा, कौशल विकास मिशन के सलाहकार श्री शावेज बख्श, सुश्री स्वेता उनियाल एवं सुश्री अनुप्रिया आदि मौजूद थे।