नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 05 जून, 2015 को पर्यावरण दिवस के अवसर पर अपने सरकारी आवास, 7 रेसकोर्स रोड पर पौधे की रौपाई करके वृक्षारोपण अभियान की शुरूआत करेंगे।
विश्व पर्यावरण दिवस से पूर्व आज मीडिया को संबोधित करते हुए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और अंतर्राष्ट्रीय पहलवान सुशील कुमार पर्यावरण भवन में आयोजित पौध रौपाई कार्यक्रम में भाग लेंगे। मंत्रालय पूरे देश में पौध रौपाई करके 05 जून, 2015 को विश्व पर्यावरण दिवस का आयेाजन कर रहा है।
05 जून की शाम क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, अजिंक्य रहाणे और रोहित शर्मा, श्री प्रकाश जावड़ेकर और महाराष्ट्र के प्राथमिक, उच्च और तकनीकी तथा चिकित्सा शिक्षा और संस्कृति मंत्री विनोद तावड़े तथा अन्यों के साथ मुंबई के कार्टर रोड स्थित जोगर्स पार्क में पौधों की रौपाई करेंगे। क्रिकेट खिलाड़ी यूसुफ पठान और इमरान पठान मंत्रियों और स्थानीय नेताओं के साथ वडोदरा में और नरेंद्र हिरवानी, संजय जगदले और गोपाल शर्मा इंदौर में नेताओं के साथ वृक्षारोपण अभियान में शामिल होंगे।
भारतीय क्रिकेट टीम, बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर के साथ 06 जून को कोलकाता में पौधों के रौपाई अभियान में भाग लेगी। इसके बाद टीम बांग्लादेश के दौरे पर चली जाएगी। जानी मानी बॉक्सर मैरीकॉम और सरिता देवी, बिलियर्ड खिलाड़ी गीत सेठी, हॉकी खिलाड़ी वीरेन रसकिन्हा ने अभियान में मदद देने का वायदा किया है।
श्री जावड़ेकर ने कहा अधिक हरियाली के लक्ष्य को हासिल करने के लिए शहरी वानिकी पर एक नई पायलेट योजना 06 जून को पूना में शुरू की जाएगी। पूना में वन विभाग की 70 एकड़ भूमि पर लगभग 4 हजार पौधे लगाए जाएंगे। यह परियोजना जनता की भागीदारी से मेमोरियल गार्डन के तरीके से चलाई जाएगी। जनता को प्रति पेड़ 2 हजार रूपए का भुगतान करना होगा और उस पेड़ का नाम उनके प्रियजन के नाम पर रखा जाएगा। ऐसी पहल के लिए जनता की व्यापक भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय स्वच्छ हवा, स्वच्छ पानी, स्वच्छ ऊर्जा, स्वच्छ पर्यावरण और अधिक हरियाली के लिए कार्य करने की शपथ लेता है। मंत्रालय ने सभी मुख्यमंत्रियों और निगमों को शहरी क्षेत्र में वन भूमि की पहचान करने के लिए लिखा है। उन्होंने इस तथ्य पर जोर दिया कि अगर देश विशेषरूप से शहरी क्षेत्रों में फलदार तथा अन्य वृक्षों से वनों को विकसित किया जाए तो यह अधिक लाभदायक रहेगा। इस परियोजना का नाम नगर वन उद्यान योजना रखा गया है।
उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने प्रतिपूरक वनीकरण कोष प्रबंधन और योजना प्राधिकरण (सीएएमपी) योजना के अधीन सभी राज्यों को लगभग 35 हजार करोड़ रूपए जारी करने के लिए पहले ही संसद में बिल पेश किया गया है ताकि राज्य वन क्षेत्रों को हरा-भरा करने, बेहतर वन्य जीवन प्रबंधन प्रक्रिया अपनाने, वर्तमान वनों की गुणवत्ता सुधारने, सामान्य वनों को सघन वनों में परिवर्तित करने और अधिक ऐसी अन्य गतिविधियां चलाने के लिए अधिक प्रयास कर सकें। इससे रिकार्ड समय में हरित भारत मिशन अर्जित करने में मदद मिलेगी और विशेषरूप से ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।