देहरादून: राज्य सरकार विकास में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना चाहती है। इसके लिए अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं प्रारम्भ की गई है। धरातल पर प्रशासनिक मशीनरी कितनी सक्रिय है, इसका महत्वपूर्ण फीडबैक प्रत्येक शनिवार को दूरभाष पर जनता से होने वाली वार्ता से मिलता है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को दूरभाष पर अनेक लोगों से बात कर उनकी समस्याओं व शिकायतों को सुना। प्रत्येक शनिवार को होने वाले इस नियमित कार्यक्रम में आज प्रत्येक जनपदों से लोगों ने फोन कर मुख्यमंत्री को अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
जनपद नैनीताल के रामप्रकाश सिंह बिष्ट ने क्षेत्रीय स्यूड़ा-कोन्टा-म्यूडी-पटरानी मोटर मार्ग के निर्माण के सम्बंध में अपनी समस्या से, नैनीताल के मतलूब अहमद ने आर्थिक सहायता हेतु, जनपद चम्पावत के नवीन सिंह रैसवाल ने क्षेत्रीय समस्याओं से मुख्यमंत्री श्री रावत को अवगत कराया। देहरादून निवासी मोहन राठौर ने विकासनगर के ढकरानी एवं आसपास के क्षेत्र में बिजली पानी से सम्बंधित अपनी समस्या रखी, जखोली (रूद्रप्रयाग) निवासी रतनमणी मंमगाई ने अवगत कराया कि राज राजेश्वरी जनता जूनियर हाईस्कूल खाल रहड़ सिलगड़ रूद्रप्रयाग को फरवरी 2014 में अनुदान का शासनादेश होने के बावजूद भी अनुदान नहीं मिला है। बीरोखाल, पौड़ी गढ़वाल निवासी डी0एस0 रावत ने बताया कि सन् 1976 में 20 किमी0 सड़क पास हुई थी जिसमें केवल दस किमी0 सड़क बनी हुई है। बाकी की 10 किमी0 का शासनादेश 6 जुलाई, 2011 को हो गया था। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। समस्याओं में मुख्यतः आर्थिक सहायता, शि़क्षा, मोटर मार्ग व अवैध कब्जे सम्बंधी थी, जिसका मुख्यमंत्री श्री रावत ने त्वरित निस्तारण के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने अपने कार्यालय के अधिकारियों को निर्देशित किया कि फोन करने वाले लोगोें की शिकायतों व समस्याओं को रजिस्टर में दर्ज किया जाए और संबंधित अधिकारियों को तय समय सीमा में इन शिकायतों के निपटारे के लिए पे्रषित किया जाए। सीएम ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की समस्या उनके लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है। इन शिकायतों व समस्याओं के निस्तारण में किसी प्रकार की कोताही स्वीकार नहीं की जाएगी।