प्रयागराज। आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में एक अक्टूबर, 2021 से 31 अक्टूबर, 2021 तक राष्ट्रव्यापी स्वच्छ भारत कार्यक्रम का शुभारंभ शुक्रवार को सूचना एवं प्रसारण और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने किया।
युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय (भारत सरकार) का युवा कार्यक्रम विभाग के नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) से संबद्ध युवा मंडलों (यूथ क्लब) और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) से संबद्ध संस्थानों के नेटवर्क के माध्यम से यह अभियान देश भर के 744 जिलों के 2.50 गांवों में आयोजित किया जा रहा है।
प्रयागराज के एमएनआईटी में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि हम भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं और ऐसे में हमें अपने देश को प्लास्टिक कचरे से मुक्त बनाने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत कार्यक्रम की शुरुआत संगम नगरी से करने की खुशी है। यहां से निकला संदेश पूरे देश को प्रेरित करेगा। अभियान का उद्देश्य पूरे देश में कचरे की सफाई, मुख्य रूप से सिंगल यूज प्लास्टिक कचरे की सफाई को लेकर जागरूकता पैदा करना, लोगों को संगठित करना और उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना है।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी द्वारा दिए गए सफाई के संदेश को माननीय मोदी जी आगे ले जा रहे हैं। हम सब लोग मिलकर देश को कूड़े-कचरे से आज़ादी दिलाएंगे।
इस महापहल के माध्यम से, 75 लाख किलो कचरे, मुख्य रूप से प्लास्टिक कचरे को एकत्र किया जाएगा और नागरिकों की मदद एवं स्वैच्छिक भागीदारी से उसका निपटान जाएगा। माननीय मंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए युवा जनों का विशेष आभार किया। श्री ठाकुर ने कहा कि सभी अपने तरफ से किये गए सफाई अभियान के प्रयास को सोशल मीडिया पर शेयर कीजिये और खुद द्वारा किये गए सफाई कार्य का खाता लिखिए। इसे ट्विटर पर हमें भी टैग कीजिये।
स्वच्छ भारत अभियान कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान उत्तर प्रदेश उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, सांसद केशरी देवी पटेल, युवा मामलों के मंत्री श्री उपेंद्र तिवारी, युवा कार्यक्रम विभाग की सचिव श्रीमती उषा शर्मा, नेहरू युवा केंद्र संगठन के महानिदेशक श्री विजय कुमार सहित अन्य उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम के बाद श्री अनुराग ठाकुर ने संगम क्षेत्र में सफाई अभियान चलाया और स्वच्छता का संदेश दिया।
स्वच्छ भारत कार्यक्रम अपने पैमाने और पहुंच दोनों के लिहाज से विशिष्ट है और जन भागीदारी से जन आंदोलन के मॉडल पर इसकी कल्पना की गई है तथा इसके माध्यम से कार्यक्रम की सफलता एवं स्थिरता के लिए प्रत्येक नागरिक की भूमिका और योगदान की योजना तैयार की गयी है।
हालांकि, स्वच्छ भारत कार्यक्रम में मुख्य रूप से गांवों पर ध्यान दिया जाएगा, जनसंख्या के विशिष्ट वर्ग जैसे धार्मिक संगठन, शिक्षक, कॉर्पोरेट निकाय, टीवी एवं फिल्म अभिनेता, महिला समूह और अन्य भी एक विशेष निर्दिष्ट दिन पर स्वच्छ भारत कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। इस भागीदारी का उद्देश्य अभियान के प्रति उनकी एकजुटता का प्रदर्शन करना और इसे एक सार्वजनिक आंदोलन का रूप देना है।
जिला प्रशासन एवं नगर निगम के सहयोग से चिन्हित स्थानों पर कचरा संग्रह थैलों में एकत्रित कर उसका निपटान करने की विशेष योजना बनायी गयी है। इसके अलावा, एकत्र किए गए कचरे के थैलों का वजन रसीद की पावती से मापा जाएगा।
स्वच्छता अभियान ऐतिहासिक/प्रसिद्ध स्थलों और पर्यटन स्थलों, बस स्टैंड/रेलवे स्टेशनों, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं शैक्षिक संस्थानों जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों पर भी चलाए जाएंगे।
स्वच्छ भारत केवल एक कार्यक्रम नहीं है बल्कि यह आम आदमी की वास्तविक चिंताओं और सफाई से जुड़ी समस्या को हल करने के उसके संकल्प को दर्शाता है।
स्वच्छता अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्ष 2014 में की गयी थी और तब से, इस संबंध में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। स्वच्छ भारत कार्यक्रम नए सिरे से ध्यान दिए जाने और प्रतिबद्धता के साथ प्रधानमंत्री की अगुवाई वाली पहल को आगे बढ़ा रहा है।
यह वास्तव में हम सभी के लिए स्वच्छ भारत पहल का हिस्सा बनने का एक बड़ा अवसर होने जा रहा है। युवाओं और नागरिकों के सामूहिक प्रयासों तथा सभी हितधारकों की मदद से, भारत निस्संदेह स्वच्छता अभियान शुरू करेगा और अपने नागरिकों के लिए जीने की बेहतर दशाओं का निर्माण करेगा।