आज जबकि पूरी दुनिया कोविड- 19 का प्रकोप झेल रही है , एसे में करोना मरीजों के इलाज के लिए वेंटीलेटर की मांग बढ जाना स्वाभाविक है। वेंटीलेटर की बढ़ती मांग के अनुरुप इसकी आपूर्ति देश ही नहीं बल्कि वैश्विक बाजार में भीसीमित है । एसे में उतर प्रदेश के सोनभद्र स्थित कोलइंडिया लिमिटेड की आनुषांगिक कंपनी नार्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड–NCL के एक वरिष्ठ चिकित्सक डा. पंकज कुमार ने एक ही वेंटीलेटर से पांच मरीजों का एक साथ इलाज करने की एक नई तकनीकि खोज निकाली है ।भारत सरकार के उपक्रमनार्दर्न कोलफील्ड्सन लिमिटेड–NCL के नेहरु शताब्दी चिकित्सालय में कार्यरत डा. पंकज कुमार ने बताया कि मात्र पांच सौ से 700 रुपये तक के खर्च से तीन घंटे में इस उपकरण को तैयार किया जा सकता है। गौरतलब है कि नार्दर्न कोलफील्ड्से लिमिटेड–NCL ने अपने सभी अस्पतालों में आवश्यकतानुसार इस वेंटीलेटर के इस्तेमाल की स्वीकृति दे दी है।
डा. पंकज कुमार ने बताया कि इस तकनीक के तहत उन्होंने इनहेलेशन और एक्सलेहेशन पार्ट को दो अलग अलग तांबे की नलियों से जोड़ा है । इसमें पांच निकासी बिंदु बनाये है और प्रत्येक मरीज के इनहेलेशन पार्ट को कापर इनहेलेशन असेंबली से जोडा है औऱ फिर इसको वेंटीलेटर के इनहेलेशन पार्ट से जोड़ दिया गया है। इस प्रकार से इस तकनीक के अंतर्गत प्रत्येक मरीज की एक्लेहेशन ट्यूब वेंटीलेटर के एक्सलेहेशन पार्ट से जोड़ी गयी है।
डा. पंकज कुमार ने बताया कि आमतौर पर एक वेंटीलेटर से एक ही मरीज का इलाज किया जायेगा लेकिन अगर आपात जैसी स्थिति आती है और मरीजों की संख्या बढ़ती है तो इस तकनीक के जरिये एक ही वेंटीलेटर से एक ही साथ पांच मरीजों का इलाज किया जा सकेगा।डा. कुमार की इस नई खोज को पेटेंट के लिए भेजा गया है।