मुख्यमंत्री हरीश रावत ने युवाओं को एक साथ मिलकर कार्य करने को कहा है। युवापीढी ज्यादा जिम्मेदार व सहनशीलता के साथ कार्य करे इसका ध्यान एन.एस.यू.आई. के प्रतिनिधियों को रखना होगा।
संगठन के छात्र प्रतिनिधि ग्रामीण क्षेत्रों तक अपनी पहुंच बनाये तथा हाई स्कूल व इण्टर के विद्यार्थियों को जागरूक बनाने में भी मददगार बने। उन्हें देश व दुनिया में हो रहे बदलावों के साथ ही राज्य के बारे में बतायें तथा उपने बेहतर भविष्य के बारे में सोचने हेतु जागरूक बनायें ।
शनिवार को ओएनजीसी कम्यूनिटी सेन्टर में आयोजित एनएसयूआई के सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि आज युवा पीढ़ी समझदारी से आगे बढ़ रही है नई पीढ़ी को आगे ले जाने का कार्य संगठन को करना है। उन्होने कहा कि युवाओं को वोकेशनल एजुकेशन पर भी ध्यान देना होगा। बी.ए व एम.ए के साथ हुनर मंद होना जरूरी है, इसके लिये युवाओं को तकनीकि शिक्षा के प्रति ध्यान देना होगा। युवाओं को दक्षता विकास के लिये किस प्रकार के प्रशिक्षण की जरूरत है यह वे तय करें। युवा भारत के मार्गदर्शन में भी युवाओं को ही महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है इसके लिये युवाओं के विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जा रहा है। देश के 70 प्रतिशत युवा देश के विकास का रोड मेप बनाने में भी भागीदारी निभाये। युवा प्रदेश में खेलों का वातावरण बनाने में भी मदद करंे। राष्ट्रीय खेलों में भागीदारी की तैयारी के लिये 6 करोड़ रूपये इस वर्ष ग्रामीण खेलो के आयोजन पर किया जा रहा है। हमारे युवा इसमें अधिक से अधिक भागीदारी निभायें ताकि राष्ट्रीय खेलों में हम बेहतर प्रदर्शन कर सकें।