लखनऊः केन्द्र सरकार के ‘‘डिजिटल इण्डिया‘‘ अभियान से प्रेरित एवं प्रदेश सरकार की मंशा के अनुसार पहली बार प्राविधिक शिक्षा परिषद द्वारा सम सेमेस्टर/वार्षिक परीक्षा-2021 का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से प्रारंभ कराया गया। परीक्षा में कुल 285660 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हो रहे हैं। यह परीक्षा 18-08-2021 से 24-09-2021 के मध्य संपादित हो रही है।
यह जानकारी प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव, सुनील कुमार सोनकर ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन परीक्षा को कुल 4 चरणों में विभाजित किया गया है। पहले चरण की परीक्षा 18-8-2021 से 27-8-2021 के मध्य सुचारू रूप से संपन्न हुई, जिसमें सेमेस्टर पद्धति के अंतिम सेमेस्टर एवं वार्षिक पद्धति के इण्डस्ट्रियल सेफ्टी पाठ्यक्रम के 55095 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, परीक्षा में कुल 96.5 प्रतिशत परीक्षार्थी सम्मिलित हुए हैं। वहीं द्वितीय चरण की परीक्षा जो 28-8-2021 से 04-09-2021 के मध्य संपन्न होगी, जिसमें वार्षिक पद्धति के अंतर्गत फार्मेसी पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष के कुल 59978 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। तीसरे चरण की परीक्षा 05-09-2021 से 18-9-2021 के मध्य संपन्न होगी, जिसमें सेमेस्टर पद्धति के अंतर्गत (द्वितीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर) के 120000 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। इसी प्रकार चौथा एवं अंतिम चरण जिसकी परीक्षा 19-09-2021 से 24-09-2021 के मध्य तक संपन्न होगी, इस परीक्षा में वार्षिक पद्धति के अंतर्गत फार्मेसी पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष के 56020 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित होंगे।
श्री सोनकर ने बताया कि परीक्षा के नकलविहीन एवं शुचितापूर्ण संचालन हेतु राजकीय एवं अनुदानित संस्थाओं में कार्यरत् विभागाध्यक्षों एवं व्याख्यातों को प्रॉक्टर के रूप में नियुक्त किया गया है। इस परीक्षा में कुल 996 प्रॉक्टर नियुक्त किये गये है। एक प्रॉक्टर आवंटित 30 परीक्षार्थियों की निगरानी/मॉनिटरिंग कर रहा है। प्रत्येक प्रॉक्टर को आवंटित परीक्षार्थियों की मॉनिटरिंग हेतु परीक्षा के दौरान उसकी लाइव वीडियो देखने के साथ-साथ संदेह की स्थिति में परीक्षा कक्ष (जहां पर परीक्षार्थी परीक्षा दे रहा है) को स्कैन कराने की सुविधा प्रदान की गयी है। प्रॉक्टर द्वारा परीक्षार्थी की संदिग्ध गतिविधियों के दृष्टिगत चैट के माध्यम से लिखित चेतावनी निर्गत करने के साथ ही उसकी परीक्षा को 5-5 मिनट के लिए रोका भी जा सकता है। चैट के माध्यम से लिखित चेतावनी निर्गत किये जाने एवं 5-5 मिनट परीक्षा को रोकने के उपरांत भी यदि परीक्षार्थी की गतिविधियां संदिग्ध रहती है अथवा अनुचित साधन प्रयोग में लिप्त पाया जाता है तो प्रॉक्टर संबंधित परीक्षार्थी को अनुचित साधन प्रयोग में आरोपित करके सुपर प्रॉक्टर को परीक्षार्थी की परीक्षा को टर्मीनेट/निरस्त किये जाने की संस्तुति कर सकता है। परीक्षा टर्मीनेट/निरस्त किये जाने की संस्तुति के उपरांत सुपर प्रॉक्टर को परीक्षणोपरंात संबंधित परीक्षार्थी की परीक्षा टर्मीनेट/निरस्त किये जाने का अधिकार है।
अब तक की परीक्षा में कुल 2194 परीक्षार्थी अनुचित साधन के प्रयोग में चिन्हित किये गये हैं तथा 487 परीक्षार्थियों को संबंधित पाली की परीक्षा से टर्मीनेट/निरस्त भी किया गया है। प्रत्येक प्रॉक्टर की निगरानी हेतु कुल 85 सुपर प्रॉक्टर/नोडल अधिकारी भी नियुक्त किये गये हैं। सुपर प्रॉक्टर द्वारा प्रॉक्टर्स की मॉनिटरिंग/निगरानी लगातार की जा रही है कि वे अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक ढ़ंग से कर रहे हैं अथवा नहीं। साथ ही साथ सुपर प्रॉक्टर संपूर्ण प्रदेश के किसी भी परीक्षार्थी को भी मॉनिटर कर सकता है।