वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, गाजियाबाद श्री धमेन्द्र सिंह से मिली उक्त जानकारी के अनुसार आगन्तुक प्रतिनिधिमंडल से मानव दुव्र्यहार को रोकने हेतु अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लीगल फ्रेम वर्क के तहत अभियान को चलाये जाने एवं पारस्परिक अनुभव साझा करके मौजूद कानून में विद्यमान खामिओं में सुधार करने हेेतु संशोधन करने के विषय पर भी परिचर्चा हुई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गाजियाबाद द्वारा डेलीगेशन को राज्य सरकार एवं प्रदेश पुलिस द्वारा बाल दुव्र्यवहार पर किये जा रहे अभिनव प्रयासों से राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार द्वारा चलाये जा रहे विधिक प्राविधानों से भी अवगत कराया गया। डेलीगेशन द्वारा सुझाव दिया गया कि राज्य सरकार द्वारा ह्यूमन टेªफिकिंग रोकने तथा बाल अधिकारों के संरक्षण के लिये आॅपरेशन स्माइल जैसे अभियान को पूरे वैश्विक स्तर पर अन्य संबंधित एजेन्सियों के साथ शेयर किया जाय तथा उन्हें भी इसके बारे में जानकारी दी जाय, ताकि मानव तस्करी की प्रभावी रोकथाम हो सके।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गाजियाबाद ने बताया कि इस अभियान की शुरूआत सर्वप्रथम गाजियाबाद जिले से हुई थी जिसके तहत आॅपरेशन स्माईल के नाम से 23 सितम्बर, 2014 से 14 नवम्बर, 2014 तक यह अभियान चलाया गया जिसमें 227 लापता बच्चों को खोजा गया। इस अभियान की सफलता को देखते हुये भारत सरकार द्वारा इसे जनवरी 2015, जुलाई 2015 तथा जनवरी 2016 में पूरे देश में चलाये जाने का निर्णय लिया गया। गाजियाबाद जिले में चार चरणों में चलाये गये इस आॅपरेशन स्माईल के तहत अब तक 1461 लापता बच्चों को खोजा गया है।
गाजियाबाद जिले में इस अभियान के द्वितीय चरण में 1 जनवरी से 31 जनवरी, 2015 तक 326 लापता बच्चों, तृतीय चरण में 1 जुलाई से 31 जुलाई, 2015 तक 400 लापता बच्चों को तथा चैथे चरण में 1 जनवरी से 31 जनवरी, 2016 तक की अवधि में 508 लापता बच्चों को खोजा गया। इस प्रकार कुल चार अभियानों के दौरान अकेले गाजियाबाद जिले ने ही पूरे प्रदेश भर में 1461 बच्चों को खोजकर उनके अभिभावको के चेहरों पर मुस्कान लाने की दिशा में अभूतपूर्व प्रयास किया गया है।