लखनऊ: 22 मई को अंतर्राष्ट्रीय कुद्स दिवस के अवसर पर, मजलिसे ओलमाए हिंद के महासचिव मौलाना कलबे जवाद नकवी ने भारत के सभी इमामों और धार्मिक संगठनों एवं अनजुमनों तथा सभी मुसलमानों से अपील करते हुए कहा है कि वह 22 मई जुमातुलविदा को फिलिस्तीनियों के सर्मथन और इज़राईल के आतंकवाद का ऑनलाइन विरोध करें।
मौलाना ने कहा कि इज़राईली आतंकवाद के खिलाफ ऑनलाइन विरोध कार्यक्रम आयोजित किये जाना चाहिएं ताकि हमारे विरोध की आवाज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सामराजी ताकतों तक पहुंच सके।
अपनी अपील में, मौलाना ने कहा कि इस साल कोरोना वायरस के कारण सभी इबादतगाहें बंद हैं, घरों में नामज़ हो रही है और सभी सामूहिक धार्मिक कार्यक्रम स्थगित है और सभी काम घरों में हो रहे हैं, इस लिये 22 मई को होने वाला अंतर्राष्ट्रीय कुद्स दिवस भी स्थगित कर दिया गया है, मगर प्रर्दशन अलग अलग तरीकों से ऑनलाइन होगा। मौलाना ने कहा कि हर साल रमज़ान के आखिरी जुमे की नमाज के बाद अंतर्राष्ट्रीय कुद्स दिवस का कार्यक्रम पुरी दुनीया मे एक साथ होता है, जिसमें फिलिस्तीन के दबे-कुचले लोगों के समर्थन में रैलियां आयोजित की जाती है और इजरायली आतंकवाद , बर्बरता और फिलिस्तीनियों की जमीन पर अवैध कब्जे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जाते है। मौलाना ने कहा कि इस साल पूरी दुनिया में तालाबंदी है, इसलिए 22 मई 2020 को ’कुद्स डे’ के मौके पर विरोध प्रर्दश्न भी ’ऑनलाइन’ होगा।
मौलाना ने कहा कि जुमातुलविदा के दिन, भारत के सभी ओलमा , धार्मिक और सामाजिक संगठन संयुक्त राष्ट्र, पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यालय और स्थानीय प्रशासन को इज़राइल के आतंकवाद और फिलिस्तीनियों के सर्मथन में ईमेल के माध्यम ये ज्ञापन भेजें और अपने अपने तरीके से आनलाइन प्रर्दशन करें। मौलाना ने अपील की के सोश्ल मीडिया पर इज़राइल के ज़ुलम एवं बर्बता के खिलाफ बैनर,पोसटर और सलोगन पोस्ट करें। मौलाना ने कहा कि हमारा मकसद इज़राइल के आतंवाद , डील ऑफ सेंचुरी के खिलाफ एंव फिलिस्तीन के सर्मथन मे प्रर्दशन करना है, इसके लिये हर मुनासिब तरीका इस्तेमाल किया जाए।