लखनऊ: अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल ने स्थानीय स्तर पर उद्यमियों तथा व्यापारियों की समस्याआंे का निराकरण प्राथमिकता से करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए हैं। यह भी निर्देशित किया है कि जिला उद्योग बंधु समिति की बैठकों में जनपद के सभी औद्योगिक एवं व्यापारिक संगठनों का व्यापक प्रतिनिधित्व अवश्य कराया जाय, ताकि अधिक से अधिक प्रकरणों का स्थानीय स्तर पर ही निराकरण हो सके। उन्होंने प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियांे से अपेक्षा की है कि वे व्यक्तिगत रूचि लेते हुए उद्योग बंधु समिति की बैठकों का नियमित आयोजन करायें तथा उद्यमियों एवं व्यापारियों की समस्याओं का त्वरित निराकरण कराना सुनिश्चित करें।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि स्थानीय स्तर पर उद्यमियों एवं व्यापरियों की समस्याओं के निराकरण हेतु जिला तथा मण्डल स्तर पर उद्योग बंधु समिति का गठन किया गया है। उद्यमियों की समस्याओं का जिला स्तर पर समाधान न होने की दशा में इनकी समस्याओं का निराकरण मण्डलीय उद्योग बंधु समिति के माध्यम से भी किया जा रहा है। परन्तु कतिपय जनपदों में जिला उद्योग बंधु समिति की नियमित बैठक आहूत नहीं की जा रही है, जिसके कारण उद्यमियों एवं व्यापारियों की समस्याओं का निराकरण स्थानीय स्तर पर नही हो पा रहा है। ऐसी स्थिति में उद्यमी सीधे शासन से सम्पर्क कर अपनी समस्याओं के निराकरण कराने का प्रयास कर रहे है।
डा0 सहगल ने बताया कि उद्यमियों की अधिकतर समस्याओं का समाधान जिले स्तर पर भी संभव है। समस्याआंे का निराकरण जिले स्तर पर संभव नहीं हो पाने की दशा में मण्डल स्तरीय उद्योग बंधु समिति की बैठक में उद्यमियों की समस्याओं का समाधान कराया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सरकार की प्राथमिकता है कि प्रदेश में उद्यमियों एवं व्यापारियों को किसी भी प्रकार की समस्यायें न आने पाये। यदि कोई समस्या आती है, तो उसका तत्काल निराकरण होना चाहिए। उद्यमियों की समस्याओं का समाधान उन्हीं के जिले मंे हो जाय, शासन स्तर से इसको प्राथमिकता दी गई है।