देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देहरादून के लक्ष्मण इंटर कालेज में प्रारम्भिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित चतुर्थ राज्य स्तरीय मिनी प्रारम्भिक खेल एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने प्रतिभागी बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इन्हीं बच्चों में से हमारे कल के खिलाड़ी निकलेंगे जो कि खेल व शिक्षा में राज्य का नाम रोशन करेंगे। पढ़ाई के साथ खेलकूद पर भी समान ध्यान दिया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा डी.सैंथिल पांडियन को स्वच्छता,जल संरक्षण व बिजली की बचत पर निबंध प्रतियागिता आयोजित करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने अपने स्कूल के दिनों का स्मरण करते हुए कहा कि जो शिक्षक बच्चों को कुछ अतिरिक्त सीखाने का काम करते हैं उन्हें बच्चे हमेशा याद करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं आज भी अपने कृषि शिक्षक जिले सिंह जी सहित कई अन्य शिक्षकों को याद करते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को स्कूली शिक्षा के साथ ही सामाजिक दायित्वों के प्रति जागरूक किया जाना भी आवश्यक है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर फोकस किया जाना चाहिए। कन्या भ्रूण हत्या पर जीरो टोलरेंस होगा। ‘उन्नति’ कार्यक्रम पुनः प्रारम्भ किया जा रहा है। चष्नित विद्यालयों को माॅडल विद्यालय के तौर पर विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने अगले वर्ष खेल प्रतियोगिता के आयोजन के लिए 50 लाख रूपए दिए जाने की घोषणा की।
खेल मंत्री दिनेश अग्रवाल ने कहा कि बच्चों में खेलों के प्रति रूझान बढ़ाए जाने की जरूरत है। इससे न केवल शारीरिक व मानसिक मजबूती मिलती है साथ ही बच्चों में खेल व प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित होती है। विशेष रूप से ग्रामीण अंचलों की खेल प्रतिभाओं को सामने लाया जाना है।
बताया गया कि प्रतियोगिता दिनांक 28 अक्टूबर, 2015 से 30 अक्टूबर, 2015 तक संचालित होगी। प्रतियोगिता के प्रथम दिवस को मार्च-पास्ट, एथलेटिक्स एवं गोला फेंक की स्पर्धाएं होगीं, द्वितीय दिवस को एथलेटिक्स का फायनल व चक्का फंेक की प्रतियोगिताएं तथा सुलेख अंताक्षरी, मानचित्र, समूहगान एंकाकी लोकनृत्य तथा व्यायाम विशेष प्रदर्शन का आयोजन होगा। तृतीय दिवस को टीम-गेम के अतिरिक्त कुश्ती, जूडो, ताइकांडों, बाॅक्सिग की स्पर्धाएं होगी। चतुर्थ दिवस को सभी खेलों के फाइनल एवं कार्यक्रम के समापन समारोह का आयोजन किया जाएगा।
उक्त प्रतियोगिता में प्रदेश के सभी जनपदों से लगभग दो हजार छात्र/छात्राएं प्रतिभाग कर रहें है।