कोविड-19 की महामारी को देखते हुए, श्रम ब्यूरो ने राज्य/केंद्रशासित प्रदेश अर्थशास्त्र एवं सांख्यिकी निदेशालय (डीईएस) के नामित मास्टर प्रशिक्षकों और दूसरे स्तर के पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए तीन दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया।यह प्रशिक्षण कार्यक्रम दो सर्वेक्षणों यानी प्रवासी मजदूरों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण और अखिल भारतीय त्रैमासिक स्थापना आधारित रोजगार सर्वेक्षण के लिए आयोजित किया गया था।श्रम ब्यूरो का यह दूसरा राष्ट्रव्यापी ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम था।इससे पहले अप्रैल, 2021 में भी जांचकर्ताओं के लिए इसी तरह का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
इसप्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन 16 जून को श्रम ब्यूरो के महानिदेशक श्री डीपीएस नेगीने किया था।इसके बाद विशेषज्ञ समूह के अध्यक्ष प्रो. एस. पी. मुखर्जी ने कार्यक्रम को संबोधित किया।प्रोफेसर मुखर्जी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रतिभागियों से बातचीत की और उन्हें इन पांच अखिल भारतीय सर्वेक्षणों और इसके महत्व के बारे में विस्तार से बताया।
श्री नेगी ने प्रतिभागियों को सर्वेक्षण के क्षेत्र में इसके संचालन के तौर-तरीकों और सर्वेक्षणों के समन्वय व पर्यवेक्षण में डीईएस की भूमिका के बारे में भी जानकारी दी। इस उद्घाटन सत्र के दौरान श्रम ब्यूरो के उप-महानिदेशक डॉ. हरदीप सिंह चोपड़ा व सभी विषयवस्तु के विशेषज्ञ (एसएमई) के साथ श्रम ब्यूरो के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों को बताया गया कि इन सर्वेक्षणों के तहत टैबलेट/सीएपीआई के माध्यम से डेटा एकत्र किया जाएगा। गुणवत्ता और विश्वसनीय डेटा प्राप्त करने के लिए आईटी सक्षम उपकरण में पर्यवेक्षण जांच के दो स्तरों को रखा गया है।पहले स्तर का पर्यवेक्षण सर्वेक्षण भागीदार एजेंसी के नियुक्त पर्यवेक्षक स्तर-1 करेंगे और इसकी फिर से श्रम ब्यूरो के अधिकारी और राज्य स्तर के अधिकारी जांच करेंगे।इन अखिल भारतीय सर्वेक्षणों के संचालन में सर्वेक्षण साझेदार के रूप में ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड, श्रम ब्यूरो को आईटी के साथ-साथ मानव संसाधन सहायता प्रदान कर रही है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को डेढ़-डेढ़ दिन के दो हिस्सों में बांटा गया था।पहले हिस्से में प्रवासी मजदूरों के अखिल भारतीय सर्वेक्षण का प्रशिक्षण 16.06.2021 से 17.06.2021 तक (दोपहर तक) दिया गया और दूसरे भाग में अखिल भारतीय त्रैमासिक स्थापना आधारित रोजगार सर्वेक्षण (एक्यूईईएस) का प्रशिक्षण 17.06.2021 को दोपहर से 18.06.2021 तक दिया गया।एक विशेष सत्र, विशेषज्ञों ने द्वितीय स्तर के पर्यवेक्षकों की भूमिका पर लिया।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग करके वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया गया था। इस प्रशिक्षण में प्रतिदिन 700 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।इसका प्रशिक्षण विषयवस्तु विशेषज्ञों (एसएमई) के अनुभवी प्रशिक्षकों और श्रम ब्यूरो के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रदान किया।
•प्रवासी मजदूरों के अखिल भारतीय सर्वेक्षण के लिए श्री अमिताभ पांडा, श्री दीपक कुमार, श्रीमती आयुषी मिश्रा और श्रीमती श्रेया दीक्षित श्रम ब्यूरो के प्रशिक्षक और अधिकारी थे।
•अखिल भारतीय त्रैमासिक स्थापना आधारित रोजगार सर्वेक्षण के लिए श्री राकेश कुमार, एस. डी. मुखर्जी, श्री गौरव भाटियाऔर डॉ. श्वेता जालाप्रशिक्षक और अधिकारी थीं।
इस प्रशिक्षण का मुख्य केंद्रबिंदु प्रतिभागियों को श्रम ब्यूरो, सर्वेक्षण कीवस्तुनिष्ठता और उद्देश्य, सर्वेक्षण करने की विधि, सर्वेक्षण के दौरान भूमिकाएं और जिम्मेदारियां, सर्वेक्षण में शामिल हितधारकों को सर्वेक्षण में प्रयुक्त अवधारणाओं और परिभाषाओं के बारे में जागरूक और परिचित कराना था। इसके अलावा, प्रशिक्षकों ने सूचीकरण अनुसूची भरने और जांचने की प्रक्रिया, लघु गांव (हैमलेट) समूह गठन, एसएसएस गठन और दोनों सर्वेक्षणों के विस्तृत कार्यक्रम को भरने और जांचने की प्रक्रिया के बारे में भी विस्तार से बताया।
श्रम और रोजगार मंत्रालय के सचिव श्री अपूर्व चंद्रा ने 18 जून 2021 को प्रशिक्षण के समापन सत्र के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रतिभागियों को संबोधित किया। श्री चंद्रा ने देश में श्रमिकों के लिए केंद्रित नीतियां बनाने को लेकर भारत सरकार के लिए इन सर्वेक्षणों के महत्व को विस्तार से बताया। उन्होंने देश में कार्यशील लोगों की बेहतरी के लिए भारत सरकार की नीयत और ऐसी नीतियां बनाने के लिए डेटा की जरूरत पर भी ध्यान केंद्रित किया।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम बहुत सफल रहा और इसमें राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 700 से अधिक अधिकारी/कर्मचारी प्रतिभागी उपस्थित रहे और तीनों दिन के दौरान सक्रिय रूप से भाग लिया। इस कार्यक्रम का अंत श्रम ब्यूरो के महानिदेशक की समापन टिप्पणियों के साथ हुआ।