लखनऊ: ओ0पी0 सिंह, पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 के निर्देश पर राजकीय रेलवे पुलिस द्वारा यूपी-100 कांफ्रेंस हाल में प्रातः 10ः00 बजे से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा।
देश की अधिकतम जनसंख्या भौगोलिक क्षेत्रफल एवं संसाधनों की दृष्टि से रेलवे पारिगमन का महत्वपूर्ण साधन रहा है। आज भी देश की अधिकतम जनसंख्या आवागमन के लिये रेलवे परिवहन पर ही निर्भर करती है। अतः रेल परिवहन में सुरक्षित आवागमन की दृष्टि से उ0प्र0 में राजकीय रेलवे पुलिस की अहम् भूमिका है। विशेष रूप से बच्चों की सुरक्षा एवं देखभाल को राजकीय रेलवे पुलिस के मूलभत कर्तव्य है। वर्तमान समय में बहुत से ऐसे बच्चे हैं, जो रेलवे के माध्यम से परिगमन के दौरान मानव तस्करी का शिकार हुए हैं, ऐसे बच्चे, शारीरिक, मानसिक दृष्टि से शोषित होते हैं।
महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय तथा रेलवे मंत्रालय के साथ मिलकर इन बच्चों की देखभाल एवं सुरक्षा के दृष्टिगत वर्ष 2015 में एसओपी तैयार की गयी थी जिसमें मुख्य सहभागिता आर0पी0एफ0, जी0आर0पी0, स्टेशन मैनेजर तथा एनजीओ द्वारा निभाई जा रही है।
इसी क्रम में दिनांक 15-05-2015 को रेलवे मंत्रालय तथा महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय द्वारा डव्न् पर हस्ताक्षर किये गये थे, जिसमें चरणबद्ध तरीके से एस0ओ0पी0 का क्रियान्वयन किया जाना सुनिश्चित हुआ था। इसके अन्तर्गत हेल्प डिस्क, चिल्ड्रेन के माध्यम से सुचारू किया जाना था।
इन सहायता केन्द्रों द्वारा रेलवे प्लेटफार्म पर पाये गये बच्चों को तत्काल संरक्षण में लेकर आवश्यक सुरक्षा एवं कार्यवाही की जाती है। इसी क्रम में इस संस्थागत ढांचे को सुदृढ़ बनाने हेतु राजकीय रेलवे पुलिस द्वारा इस कार्यक्रम के अवसर पर 10 जनपदों में कार्यरत राजकीय रेलवे पुलिस के अधिकारी तथा कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा।
इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि मा0 राज्य रेल मंत्री होंगे तथा इस अवसर पर अध्यक्ष रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली, पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के उच्चाधिकारीगण, रेलवे तथा पुलिस के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे।