देहरादून: वन मंत्री दिनेश अग्रवाल ने स्ट्रिीट एण्ड स्टडी सेंटर परिसर राजपुर रोड में तीन दिवसीय ‘‘राजपुर नेचर फेस्टिवल’’ का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में उनके द्वारा आसन बैराज के चित्रों तथा ‘‘हमारा पेड़ हमारा धन’’ आधारित सी.डी का विमोचन किया गया।इस अवसर पर वन मंत्री दिनेश अग्रवाल ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार पर्यावरण परिस्थितिकीय पर्यटन ( ईको-टूरिज्म) को बढावा देने के लिए संकल्पबद्ध है, और इसी अवधारणा से राज्य सरकार द्वारा इसे आधार मानते हुए अनेक अभिनव प्रयोग किये गये है।
उन्होने कहा कि हमारे प्रदेश में 75 प्रतिशत भू-भाग पर वन सम्पदा है जो कि किसी अन्य प्रदेश के पास नही है। उन्होने केन्द्र सरकार से नमामि गंगे तथा ग्रीन बोनस के लिए धन की मांग की जिससे प्रदेश में पारिस्थितिकीय पर्यटन की योजनाओं को आगे बढायया जा सके। उन्होने नेचर फेस्टिवल को प्ररेणादायी बताते हुए इस प्रकार के मेलों को पर्यावरण संरक्षण में उपयोगी बताते हुए ऐसे मेलों का और अधिक आयोजन किये जाने पर बल दिया। उन्होने कहा कि राजपुर क्षेत्र का अपना एक ऐतिहासिक महत्व है, यहां पर हमारे पूर्वजों ने अनेक कार्य किये हैं जो युवाओं के लिए प्ररेणादायी हैं, उनकी धरोहर को आगे बढाना हम सभी का दायित्व है। उन्होने कहा कि अवैध अतिक्रमण तथा पेयजल स्त्रोत के उपर निर्माण कार्य होने से हमारा पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है, जिस पर रोक लगाना आवश्यक है इसके लिए उन्होने वन विभाग के अधिकारियों को प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्द्धन हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका रखता है। इस प्रकार के मेले प्रकृति से मित्रता एवं प्राकृतिक संसाधनों से आर्थिकी मजबूत करने की प्ररेणा देते है, जिससे स्थानीय उत्पादों को आर्थिकी का प्रमुख संसाधन बनाते हुए पर्यावरण का संरक्षण एवं संवर्द्धन किया जा सकता है। उन्होने बताया कि वन विभाग पारिस्थितिकीय पर्यटन विकास को बढावा देने के लिए इसे ट्रेडिंग का रूप देने के लिए कार्पोरेशन बनाने की ओर गतिमान है, जिससे हमारे उत्पादों को व्यवसाय में लाभ के साथ पर्यावरण का संरक्षण भी होगा, उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत ने संस्कृति को पौधा रोपण से जोड़ते हुए हरेला अभियान चलाया है। हरेला अभियान के तहत जनसहभागिता से प्रदेश में लगभग 6 लाख पौधे रोपित किये गये। उन्होने कहा कि वन विभाग की प्राथमिकता है कि वन आधारित योजनाओं को पलायन रोकने का जरिया बना दें तथा बंजर भूमि पर फलदार वृक्ष रोपकर उसे आर्थिकी का माध्यम बनाये।
इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षण श्रीकांत चंदोला ने इस मेले को एक अच्छा प्रयास बताया जिससे स्थानीय उत्पादों को बढावा देने के लिए एक मंच मिलेगा। उन्होने उपस्थित लोगों का ध्यान बायोडाईवर्सिटी की आरे आकर्षित किया।
इस अवसर पर राजपुर कम्यूनिटि इनिसेटिव सोसायटी की अध्यक्ष रेणु पाॅल ने कहा कि संस्था को वन विभाग द्वारा सहयोग प्राप्त होने से इतना सुन्दर दूसरा आयोजन हो पाया है, इसके पहले आयोजन से लोगों में वाॅक एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढी है।
इस अवसर पर मुख्य कंजरवेटिव वन विभाग कपिल जोशी एवं प्रभागीय वनाधिकारी मसूरी धीरज पाण्डे द्वारा मा0 मंत्री के कार्यक्रम में सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया।