देहरादून: तथ्यात्मक आलोचना, व्यवस्था के लिए मार्गदर्शन का काम करती है। इलेक्ट्रानिक मीडिया जहां 24X7 समाचारों का युग लेकर आया वहीं सोशल मीडिया ने सूचना क्षेत्र को विस्फोटक युग में पहुंचा दिया है। नगर निगम के टाउन हाल में भड़ास 4 मीडिया के पांच वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि पिछले 15 वर्षों में उत्तराखण्ड में विकास हुआ है परंतु आय की बढ़ती विषमता पर भी ध्यान देना होगा। सरकार अपने वित्तीय संसाधनों को बढ़ाने का प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि सोशल मीडिया को अपने व्यापक प्रभाव को देखते हुए सूचनाओं के प्रेषण में संयम बरतना चाहिए। हमारा समाज बहुलतावादी है। इसमें सभी को साथ लेकर चलना होता है। उन्होंने कहा कि आज हम प्रति व्यक्ति आय में देश के अग्रणी राज्यों में हैं। परंतु क्षेत्रीय विषमताओ को अनदेखा नहीं किया जा सकता है। हम सामाजिक व आर्थिक विजन के साथ अपनी प्राथमिकताएं तय नहीं कर पाए हैं। पिछले कुछ समय में हमने समावेशी विकास के प्रयास करते हुए राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में पहल की है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि बदलती परिस्थितियों में हमार प्राथमिकता राज्य के लिए वित्तीय संसाधन जुटाना हो गया है। प्रदेश की वित्तीय स्थिति सुधारे बिना यदि कर्मचारियों की सभी मांगों को पूरा किया जा जाता है तो सातवें वेतन आयोग के आने बाद नियमित वेतन मिलने में कठिनाई आ सकती है। इस स्थिति को कर्मचारियों को भी समझना चाहिए। प्रदेश में एक तरफ ऐसे कर्मचारी व अधिकारी हैं जिन्हें काफी अधिक आय मिलती है वहीं दूसरा वर्ग ऐसे कर्मचारियो का बनता जा रहा है जिन्हें कि बहुत कम सेलेरी मिलती है और समुचित सामाजिक सुरक्षा भी नहीं मिल रही है।