पहले स्टैंड पर कायम हैं और क्रिकेट से ज्यादा जरुरी सैनिकों और शहीदों का सम्मान जरुरी हैं।
वीरभद्र सिंह ने कभी भी सुरक्षा की जिम्मेदारी से इंकार नहीं किया, लेकिन मैच शहीद परिवारों व सैनिकों की भावनाओं के खिलाफ करवाना सरकार को मंजूर नहीं था। इसीलिए पहले दिन से अपना रुख साफ कर दिया था।
उन्होंने कहा कि मैच करवाना या नहीं करवाना आयोजकों की जिम्मेदारी थी। धर्मशाला में टी-20 मैच रद्द होने से खेल प्रेमियों और व्यापारी वर्ग को नुकसान के सवाल पर मुख्यमंत्री वीरभद्र ने कहा कि इससे हिमाचल को कोई नुकसान नहीं होगा।
बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर द्वारा मैच को लेकर दी जा रही प्रतिक्रिया पर वीरभद्र सिंह ने कहा कि महज एक मैच के रद्द होने से किसी भी प्रदेश या देश की छवि न बनती है और न बिगड़ती है। धर्मशाला में इसके आलावा भी मैच हो रहे हैं क्या वह फालतू है। उन्होंने कहा कि मैच को लेकर पहले ही स्तिथि साफ कर दी गई थी।
अनुराग ठाकुर के बयान पर वीरभद्र सिंह ने कहा की उन्हें एक मैच की चिंता नहीं है बल्कि पूरे प्रदेश की चिंता है। मैच करवाने को लेकर मना नहीं किया, लेकिन देश की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवाने वाले जवानों पर लाठियां बरसना उन्हें मंजूर नहीं है।