रियो ओलिंपिक की रजत पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु कॉमनवेल्थ गेम्स की ओपनिंग सेरिमनी में तिरंगा लेकर भारतीय दल की अगुवाई करेंगी। भारतीय ओलिंपिक संघ (IOA) की शुक्रवार को आयोजित बैठक में ये निर्णय लिया।
सिंधु पिछले सप्ताह ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंची थीं। सिंधु साल 2014 में ग्लासगो में आयोजित हुए कॉमनवेल्थ खेलों में महिला एकल वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम कर चुकी हैं।
बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 की शुरुआत 4 अप्रैल से ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में हो रही है। पिछले तीन कॉमनवेल्थ गेम्स में ऐसा पहली बार होगा जब कोई बैडमिंटन खिलाड़ी ओपनिंग सेरेमनी में तिरंगा लेकर भारतीय दल का नेतृत्व करेगा।
इससे पहले साल 2014 के ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में लंदन ओलंपिक के सिल्वर मेडल विजेता विजय कुमार ने तिरंगा लेकर भारतीय दल की अगुवाई की थी। वहीं 2010 के दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में 2008 बीजिंग ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा भारतीय ध्वजवाहक थे।
साल 2006 के मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी में एथेंस ओलंपिक के सिल्वर मेडल विजेता राज्यवर्धन सिंह राठौर भारतीय ध्वजवाहक बने थे। वर्तमान में राज्यवर्धन सिंह केंद्रीय खेल मंत्री हैं।
गौरतलब है कि 4 अप्रैल से ऑस्ट्रेलिया में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में लगभग 220 खिलाड़ियों का दल उतारेगा। ये सभी खिलाड़ी 14 स्पर्धाओं में भाग लेंगे। इससे पहले भारत साल 2014 में ग्लासगो, स्कॉटलैंड में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में 64 पदकों के साथ पांचवे स्थान पर रहा था। वहीं 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत 101 पदक जीतकर दूसरे स्थान पर रहा था।