पोरबंदर: भारत-पाकिस्तान में व्याप्त तनाव के बीच सरहद पार से एक राहत भरी खबर आई है। पाकिस्तान की जेलों में बंद 100 मछुआरों को रिहा कर दिया गया है। मछुआरे सोमवार 8 अप्रैल को वाघा बॉर्डर पर पहुंचेंगे। बता दें कि पाकिस्तान इस महीने 360 भारतीय कैदियों को चार चरणों में रिहा करेगा जिनमें ज्यादातर मछुआरे हैं। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि भारतीय मछुआरों को रिहा करने की प्रक्रिया 8 अप्रैल को शुरू होगी।
500 से ज्यादा भारतीय पाकिस्तान की जेलों में बंद
बता दें कि दोनों मुल्कों के द्विपक्षीय समझौते के प्रावधानों के तहत पाकिस्तान ने वर्ष 2019 की शुरूआत से पहले एक स्टेटमेंट जारी कर बताया था कि उसके यहां भारत के 537 लोग जेलों में बंद हैं। इनमें 483 मछुआरे और 54 अन्य कैदी हैं। इन सभी की लिस्ट पाकिस्तान सरकार ने इस्लामाबाद स्थित भारत के उच्चायोग को सौंपी थी। बयान में कहा गया कि भारत और पाकिस्तान के बीच 21 मई, 2008 को हुए राजनयिक पहुंच संबंधी समझौते के तहत यह कदम उठाया गया।
चार चरणों में किया जायेगा रिहा
आपको बता दें कि पहली बार में 8 अप्रैल को 100 मछुआरे रिहा किए जाएंगे। 15 अप्रैल को दूसरे चरण में 100 और भारतीय छोड़े जाएंगे। 22 अप्रैल को तीसरे चरण में 100 और भारतीय रिहा किये जाएंगे और 29 अप्रैल को चौथे चरण में बाकी 60 कैदी मुक्त किए जाएंगे। उन्होंने यहां मीडिया को अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा, ‘हम सद्भावना के तौर पर ऐसा कर रहे हैं और आशा करते हैं कि भारत सकारात्मक प्रतिक्रिया दिखाएगा।’
वाघा सीमा पर करेंगे भारत के हवाले
इन सभी मछुआरों को कराची से लाहौर ले जाया जाएगा और फिर वाघा सीमा पर उन्हें भारतीय अधिकारियों के हवाले कर दिया जाएगा। मछुआरों की रिहाई को लेकर उनके परिजनों में खुशी का महौल है। आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान अक्सर मछुआरों को गिरफ्तार कर लेते हें क्योंकि अरब सागर में समुद्री सीमा का स्पष्ट सीमांकन नहीं है तथा मछुआरों के पास उनकी नौकाओं में सटीक अवस्थिति जानने के लिए उपयुक्त प्रौद्योगिकी नहीं होती है। Source OneIndia