इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि उसने वो खबरें देखी हैं कि भारत ने फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमान खरीदे हैं, जिनमें सुधार कर उन्हें परमाणु हथियार से लैस किया जा सकता है.
फ्रांस की कंपनी द साल्ट एविएशन के साथ 36 राफेल विमानों का सौदा करने के करीब चार साल बाद भारत को पांच राफेल विमानों की पहली खेप बुधवार को प्राप्त हुई. भारतीय वायुसेना को करीब 23 साल पूर्व 1997 में रूस से खरीदे गए सुखोई-30 केएस मिले थे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा था कि राफेल विमानों के साथ से भारतीय वायुसेना भारत के समक्ष आने वाली किसी भी सुरक्षा चुनौती से निपटने के लिए और मजबूत हो गई है, साथ ही जो लोग देश की सम्प्रभुता को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखते हैं उनमें इस नयी ताकत से भय व्याप्त होना चाहिए.
पाकिस्तान के विदेश विभाग की प्रवक्ता आयशा फारुकी ने अपने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘भारतीय वायुसेना द्वारा हाल ही में प्राप्त किए गए राफेल विमानों से जुड़ी खबरें हमने देखी हैं.’
उन्होंने कहा, ‘यह परेशानी का सबब है कि भारत अपनी सुरक्षा जरूरतों से ज्यादा सैन्य क्षमता जुटाना जारी रखे हुए है.’
उन्होंने कहा, ‘अत्याधुनिक प्रणाली का हस्तांतरण, जहां स्पष्ट मंशा उसे परमाणु हथियार ले जाने लायक बनाने की है, यह परमाणु हथियार जमा नहीं करने के अंतरराष्ट्रीय आपूर्तिकर्ताओं से किए गए वादे पर सवाल खड़े करता है.’
प्रवक्ता ने कहा, ‘दक्षिण एशिया में हथियारों की दौड़ के खिलाफ अपने रूख पर कायम रहते हुए भी पाकिस्तान, इन घटनाक्रमों के प्रति बेखबर बना नहीं रह सकता है, और वह गलत मंशा के साथ आक्रमकता के किसी भी कदम को नाकाम करने की अपनी क्षमता के प्रति आश्वस्त है.’
(इनपुट: भाषा, Zee News )