लाहौर: पाकिस्तान को अपने जमीन पर क्रिकेट की वापसी को लेकर एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। उसे एशिया कप 2020 की मेजबानी मिल गई है। हालांकि, मैच के वेन्यू को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर पाकिस्तान में मैच नहीं होते हैं, तो संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के मैदान पर मुकाबले होंगे। एशिया कप 2020 सितंबर में टी-20 प्रारूप में खेला जाएगा। यह आस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप से पहले खेला जाएगा।
ऐसा कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते बेहतर नहीं होते हैं तो फिर एशिया कप एक बार फिर से यूएई में ही होगा। इसी साल सितंबर में एशिया कप आयोजन यूएई में हुआ था। पिछली बार एशिया कप कराने का अधिकार भारत को मिला था लेकिन पाकिस्तान के यहां न आने चलते बीसीसीआई ने टूर्नामेंट यूएई में करवाया था।
आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान यह कह रहा है कि उसके देश में क्रिकेट खेलना सुरक्षित है। हालांकि टूर्नामेंट की शुरुआत में अभी काफी वक्त है और पाकिस्तान को हालात में सुधार होने की उम्मीद है। लेकिन दूसरी ओर भारत भी झुकने के लिए तैयार नहीं है। पाकिस्तान को आखिरकार बीसीसीआई की मांग के सामने झुकना प़़ड सकता है। बीसीसीआई ने ‘सुरक्षा कारणों’ से एसीसी की एजीएम के लिए लाहौर में अपना प्रतिनिधि भेजने से इंकार कर दिया था।
भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक व क्रिकेट संबंध अच्छे नहीं हैं। दोनों देशों के बीच आखिरी बार द्विपक्षीय सीरीज 2012-13 में खेली गई थी। इसके बाद से भारत व पाक सिर्फ क्षेत्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में ही आमने-सामने होते हैं। यही नहीं पीसीबी ने बीसीसीआई पर 70 मिलियन अमेरिकी डॉलर का मुकदमा भी दायर किया था। पीसीबी का आरोप था कि भारत ने 2014 में दोनों बोर्ड के बीच हुए एमओयू का उल्लंघन किया है, जिसमें 2015 से 2023 तक दोनों देशों के बीच छह द्विपक्षीय सीरीज खेली जानी थी।