देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने परेड ग्राउण्ड में संत निरंकारी मिशन द्वारा आयोजित निबंध और चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार वितरण समारोह में प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत ने निरंकारी आध्यात्मिक प्रदर्शनी के साथ निरंकारी मिशन द्वारा बनायी गयी एक डाॅक्युमेंट्री फिल्म का भी अवलोकन किया। अपने अभिभाषण में मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि ये सद्गुरू ही हैं जो जीवन का रास्ता दिखाते हैं और मानव जीवन को संवारने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि गुरूजी ने जो बातें कही हैं वो बहुत ही अद्भुत हैं और सरल हैं। उन्हें सिर्फ समझने का अन्तर है। यदि हम दुनिया को उनकी नजरों से देखने लगें तो आपसी भेदभाव, खून-खराबा एवं तू-तू, मैं-मैं सब समाप्त हो जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने संत निरंकारी मिशन को रक्तदान शिविर आयोजित करने के लिये धन्यवाद दिया। यह रक्तदान शिविर 13 दिसम्बर को परेड ग्राउण्ड में आयोजित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि गरीबी और पिछड़ेपन को दूर करने के लिये हम सबको आगे आना होगा। मनुष्य एक परिंदे के समान है जो खुद को अहंकार, मोह, घृणा के पिंजरे में बंद करके रखता है। उस पिंजरे को खोलने की आवश्यकता है। सभी महापुरूष सद्भाव व प्रेम का रास्ता दिखाते हैं और यदि अच्छे गुरू का सहारा मिला जाए तो मानव जीवन सफल हो जाता है। मुझे उम्मीद है आप सब उनकी वाणी में विश्वास करके जीवन को बदल रहे हैं।