नई दिल्ली: पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए संपर्क सुविधा उपलब्ध कराने तथा इस क्षेत्र के स्थानीय उद्योगों को सशक्त बनाने की केंद्र सरकार की प्राथमिकता के अनुरूप पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने पूर्वोत्तर क्षेत्र को पश्चिमी तट से जोड़ने वाली पार्सल कार्गो ट्रेन का परिचालन शुरू कर दिया है। यह ट्रेन एक महीने में दो बार चलेगी। इसे 6 वर्ष के अनुबंध पर रेलवे से पट्टे पर लिया गया है।
यह ट्रेन असम के न्यू गुवाहाटी से महाराष्ट्र के कल्याण के बीच चलेगी। बीच रास्ते में यह न्यू जलपाईगुड़ी और कलुमना गुड्स शेड में रूकेगी। इस ट्रेन के जरिये किसान चाय, सुपारी, अनानास, जूट, बागवानी उत्पाद और बेंत के फर्नीचर जैसे अपने उत्पादों की मुम्बई, बैंगलुरू, नागपुर और पुणे आदि जगहों के खुदरा बाजारों में मार्केटिंग कर सकेंगे।
इस पहल से न सिर्फ पूर्वोत्तर क्षेत्र के स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा बल्कि अकुशल श्रमिकों सहित स्थानीय युवाओं को रोजगार के टिकाउ अवसर भी प्राप्त होंगे।
पार्सल कार्गो ट्रेन रेलवे के संसाधनों पर अतिरिक्त दबाव बनाए बिना व्यवसाय का एक सशक्त माध्यम बनकर उभरी है। 6 वर्षों के अनुबंध पर पट्टे पर ली गई यह ट्रेन रेलवे के लिए खासा राजस्व भी अर्जित करेगी।
इस ट्रेन के माध्यम से प्रति इकाई सामान ढुलाई की लागत सडक मार्ग से भेजे जाने वाले खर्चे की तुलना में काफी कम होगी। माल ढुलाई का खर्च कम होने से ट्रांसपोर्टरों के साथ ही उपभोक्ताओं को भी इसका फायदा मिलेगा। एक अकेली ऐसी ट्रेन 52 ट्रकों के बराबर सामान ढ़ो सकती है। इससे कार्बन का उत्सजर्न कम होगा जो हरित भारत के निर्माण में योगदान करेगा और साथ ही ईंधन के आयात के मामले में विदेशी मुद्रा की बचत सुनिश्चित करेगा। कई अन्य क्षेत्रीय रेलवे ने भी राउंड ट्रिप के लिए पार्सल कार्गो ट्रेन पट्टे पर दिए जाने की पहल की है।