नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां विश्व जैव ईंधन दिवस के अवसर पर परिवेश (आपसी परामर्श, गुणकारी और पर्यावरण एकल खिड़की के माध्यम से सक्रिय और जवाबदेह सुविधा) लांच किया। परिवेश एकीकृत पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली के लिए एकल खिड़की सुविधा है। प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए इस सुविधा को विकसित किया गया है। इसमें न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन की भावना भी शामिल है।
ट्वीटों की एक श्रृंखला में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने परिवेश की विशेषताओं को रेखांकित करते हुए कहा कि आवेदन जमा करने तथा आवेदन की अद्यतन स्थिति को जानने की पूरी प्रक्रिया स्वचालित है। परिवेश के माध्यम से प्रधानमंत्री के ई-शासन के सपने को पूरा करने का प्रयास किया गया। परिवेश के माध्यम से पर्यावरण मंत्रालय, नियामक न होकर एक सुविधा प्रदान करने वाला मंत्रालय हो गया है। केंद्र, राज्य और जिला स्तर के विभागों द्वारा विभिन्न प्रकार की स्वीकृतियों के लिए (पर्यावरण, वन, वन्यजीव और तटीय क्षेत्र स्वीकृतियां) आवेदन जमा करने, आवेदनों की निगरानी करने और मंत्रालय द्वारा प्रस्तावों का प्रबंधन करने की संपूर्ण प्रक्रिया ऑनलाइन हो गयी है। राष्ट्रीय सूचना-विज्ञान केंद्र (एनआईसी), नई दिल्ली के तकनीकी सहयोग से पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने इस प्रणाली को डिजाइन और विकसित किया है।
परिवेश की एक विशेषता है – सभी प्रकार की स्वीकृतियों के लिए एक पंजीयन। परिवेश आवेदनों को प्रसंस्करण करने वाले प्रभागों की भी सहायता करता है क्योंकि यह केंद्र, राज्य और जिला स्तर की स्वीकृतियों के लिए एकल खिड़की प्रणाली है।
https://parivesh.nic.in. पर परिवेश सुविधा उपलब्ध है। इस सुविधा के विस्तृत प्रचार-प्रसार के लिए एनआईसी, माईगोव और सीआईआई के माध्यम से 10 लाख से अधिक एसएमएस और ईमेल भेजे गए हैं।