देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बीजापुर गेस्ट हाउस में उद्यान एवं वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री श्री रावत ने निर्देश दिये कि तत्काल 50 हजार अखरोट के वृक्ष क्रय किये जाय।
इसके लिए चार-चार कलस्टर विकसित किये जाय। जिसके लिए 5 लाख रुपये की धनराशि शीघ्र जारी की जाय। उन्होंने इस बात पर नाराजगी व्यक्त की कि पूर्व में उद्यान विभाग को निर्देश दिये गये थे, कि अखरोट और हर्बल के लिए कलस्टर आधारित योजना तैयार की जाय, जिस पर अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि हर्बल सेक्टर को विकसित किया जाय, जिसके लिए 1.5 करोड़ रुपये शीघ्र जारी किये जाय। इसमें गुलाब व लेमन ग्रास सहित अन्य सगन्ध पादप का कृषिकरण किया जाय। इसको कलस्टर आधारित किया जाय। साथ ही 3 वर्ष तक किसानों को इस खेती का पूरा मुआवजा सरकार द्वारा दिया जाय। मुख्यमंत्री ने इसके लिए 50 लाख रुपये की धनराशि प्रति वर्ष देने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि चाय की खेती को भी प्रोत्साहित किया जाय, इसके लिए 600 हेक्टेयर में चाय पौध के कृषिकरण, प्रोसेसिंग व मार्केटिंग के लिए 6 करोड़ रुपये जारी किये जाय। मुख्यमंत्री श्री रावत ने बैठक में यह भी निर्देश दिये किये आपदा प्रभावित जनपदों में महिलाओं को गाय का बछड़ा दिया जाय, इसके लिए धाद संस्था और विधायक शैलारानी रावत समन्वयक का कार्य करेगी। इन महिलाओं को महिला दुग्ध संघ के साथ जोड़ा जायेग, जिससे इनकी आय भी बढेगी। इको टूरिज्म का रोडमैप भी तैयार किया जाय।
बैठक में कृषि मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत, मुख्य सचिव एन.रवि शंकर, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव डाॅ. रणबीर सिंह, अपर सचिव टीकम सिंह पंवार, निदेशक उद्यान बी.एस.नेगी, सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।