नई दिल्ली: रेल मंत्रालय से संबद्ध संसदीय सलाहकार समिति के सदस्यों की आज 9 जुलाई, 2015 को श्रीनगर में बैठक हुई। इस अवसर पर रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने कहा कि भारतीय रेल पूर्वोत्तर राज्यों तथा जम्मू और कश्मीर में बेहतर रेल संपर्क देने के लिए प्रतिबद्ध है।
रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जम्मू-कश्मीर तथा पूर्वोत्तर राज्यों में चौतरफा विकास विशेषकर अवसंरचना क्षेत्र में विकास पर जोर दे रहे हैं। श्री सुरेश प्रभु ने बताया कि इन क्षेत्रों में अधिकतर रेल परियोजनाओं को राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया गया है तथा भारत सरकार की ओर से इन परियोजनाओं के लिए पर्याप्त धन की व्यवस्था की गई है। रेल मंत्री ने कहा कि 2020 तक पूर्वोत्तर राज्यों की सभी राजधानियों से रेल संपर्क के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसी तरह कटरा और बनिहाल के बीच रेल संपर्क परियोजना पर काम चल रहा है। श्री सुरेश प्रभु ने कहा कि भारतीय रेल ने शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं और चुनौती पूर्ण भौगोलिक परिस्थितियों, कठिन क्षेत्रों और कानून एवं व्यवस्था की विपरित स्थिति के बावजूद इंजीनियरिंग में कमाल दिखाया है। इन क्षेत्रों की फील्ड इकाइयों को परियोजना तेजी से लागू करने के लिए शीघ्र निर्णय लेने की शक्ति दी गई है। परियोजनाओं की निगरानी जोनल स्तर तथा रेल बोर्ड स्तर पर निरंतर की जा रही है। उन्होंने बताया कि रेल मंत्री के स्तर पर भी समय-समय पर समीक्षा की जाती है। हम परियोजनाओं को समय पर पूरा करने की दिशा में काम कर रहे हैं ताकि लागत अधिक न हो और अधिक समय न लगे। हाल में भारतीय रेल द्वारा मनाया गया रेल यात्री/ उपभोक्ता पखवाड़ा पूरे देश में सफल रहा। यह लोगों तक पहुंचने की ऐतिहासिक राष्ट्रव्य़ापी प्रयास था और इससे रेल प्रशासन तथा रेल उपभोक्ताओं के बीच सार्थक वातावरण बना। वरिष्ठ रेल अधिकारियों ने इस पखवाड़े में लोगों के साथ संवाद किया और उनकी समस्याएं सुलझाने के लिए काम किया। इस दौरान अनेक परियोजनाएं चालू हुईं और रेल सुविधा तथा अवसंरचना विकास के लिए पूरी रेल व्यवस्था को सक्रिय किया गया।
बैठक में भाग लेने वाले संसदीय समिति के सदस्यों ने यात्री सुविधा तथा रेल परियोजनाओं में तेजी लाने संबंधी अनेक सुझाव दिए। समिति के सदस्य श्रीनगर रेलवे स्टेशन देखने भी गए।
बैठक में रेल बोर्ड के अध्यक्ष श्री ए.के. मित्तल, रेल बोर्ड के सदस्य, रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी तथा उत्तर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।