नई दिल्ली: पदोन्नत कर आईएएस बनाए गए राज्य लोक सेवा के अधिकारियों के एक समूह ने लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन, मसूरी में 120 वें इंडक्शन ट्रेनिंग कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद से आज (3 अगस्त 2018) को राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की।
सिविल सेवा के अधिकारियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि अखिल भारतीय सेवा देश के विकास में अपनी अहम भूमिका अदा करता है जिससे देश की अर्थव्यवस्था आगे बढ़ती है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि राष्ट्र निर्माण में इन सेवाओँ की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। लेकिन हमें आत्म अवलोकन और स्वयं की आलोचना करनी होगी जिससे सिविलि सेवाओं में निरंतर सुधार हो सके।
राष्ट्रपति ने कहा कि लोक सेवक के रूप में, सिविल सेवा अधिकारियों को अपने व्यक्तिगत आचरण में आदर्श मॉडल बनना चाहिए। भारत और हमारे समाज की विविधता के प्रति उनके आचरण, ईमानदारी और अखंडता, नम्रता और संवेदनशीलता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि सभी अधिकारी भारत के लोगों की सेवा के लिए काम करते हैं। कुछ लोगों को अन्य की तुलना में सरकारी सहयोग की ज्यादा जरूरत होती है। लोक सेवकों को अपने देश के कमजोर नागरिकों जो आर्थिक सामाजिक और राजनीतिक रूप से वंचित लोगों की सेवा में अपनी ऊर्जा लगाने की जरूरत है।