अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम), नीति आयोग और अमेजॉन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) ने नवाचार और उद्यमिता को सशक्त करने के लिए आज एक नई पहल की घोषणा की, जिसके अंतर्गत स्कूली छात्रों को क्लाउड कंप्यूटिंग में कुशल बनाया जाएगा और क्लाउड पर नई शिक्षा प्रौद्योगिकी विकसित करने के लिए उद्यमियों को योग्य बनाया जाएगा।
भारत में एडब्ल्यूएस क्लाउड सेवाओं की बिक्री और विपणन का काम देखने वाली अमेज़न इंटरनेट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (एआईएसपीएल) और नीति आयोग के बीच इस सम्बन्ध में एक समझौता ज्ञापन पर आज हस्ताक्षर किए गए।
इस समझौते के अंतर्गत अटल इनोवेशन मिशन शिक्षा क्षेत्र में एडब्ल्यूएस सेवाओं को बढ़ावा देगी जो अमेजन के उस वैश्विक कार्यक्रम का हिस्सा है जिसमें छात्रों और शिक्षकों को क्लाउड संबंधी शिक्षण से जुड़े संसाधन उपलब्ध कराया जाता है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत क्लाउड कम्प्यूटिंग से संबंधित विभिन्न सुविधाएँ शुरू की जाएंगी जिसमें क्लाउड स्टोरेज से लेकर वर्चुअल कंप्यूटर पावर, वेब होस्टिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग (एम एल) और वर्चुअल रियलिटी (वी आर) से जुड़ा प्रशिक्षण भारत में 7000 अटल टिंकरिंग लैब्स के माध्यम से छात्रों को उपलब्ध कराई जाएगी। एडब्ल्यूएस, अटल टिंकरिंग लैब के प्रभारी शिक्षकों के लिए फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम यानी शिक्षक विकास कार्यक्रम भी संचालित करेगी और ऐसे संसाधन व टूल भी उपलब्ध कराएगी ताकि छात्रों की सीखने की प्रक्रिया तेज हो और उन्हें क्लाउड पर सलूशन विकसित करने योग्य बनाया जा सके।
अटल इनोवेशन मिशन, एडब्ल्यूएस एडस्टार्ट भी शुरू करेगी जिससे एडटेक स्टार्टअप्स को एडब्ल्यूएस पर शिक्षण और प्रशिक्षण के लिए नई पद्धतियां विकसित करने भी सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अंतर्गत 80 से अधिक अटल इनक्यूबेशन सेंटर (एआईसी) और अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर (एसीआईसी) में शिक्षा प्रौद्योगिकी से जुड़े स्टार्टअप्स और उद्यमियों को एडब्ल्यूएम एडस्टार्ट कार्यक्रम का लाभ पाने की सुविधा उपलब्ध होगी जिसमें एडब्ल्यूएस प्रमोशनल क्रेडिट्स, मेंटरशिप और तकनीकी प्रशिक्षण शामिल है, जिससे वह अपनी संस्था को और तेजी से विकसित कर सकें।
अटल इनोवेशन मिशन में मिशन के निदेशक आर रमण ने कहा कि एडब्ल्यूएस के साथ साझेदारी से देश के कुशल युवाओं को डिजिटल और वेब आधारित टूल्स की मदद से और सशक्त बनाया जा सकेगा जो उनकी रचनात्मकता और नवाचार की क्षमता को बढ़ा देगी। इसके परिणामस्वरूप भारत के उद्यमिता नेटवर्क और नवाचार में कई गुना की वृद्धि होगी। इससे भारत के अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं में क्लाउड कंप्यूटिंग के लिए छात्रों हेतु मजबूत आधार बनेगा। जबकि एडब्ल्यूएस एडस्टार्ट की मदद से एआईसीआर एयर एसीआईसी के स्टार्टअप्स को प्रोडक्टाइजेशन और कॉमर्शियलाइजेशन में उनकी क्षमता को बढ़ावा देगा।
भारत स्थित एआईएसपीएल, एडब्ल्यूएस के दक्षिण एशिया के प्रेजिडेंट राहुल शर्मा ने कहा कि भारत को 2025 तक 9 गुना अधिक डिजिटली कुशल कर्मियों की आवश्यकता होगी जिसके बारे में एडब्ल्यूएस के अंतर्गत रणनीति और वित्तीय परामर्श संस्था अल्फा बीटा द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में भी बताया गया है।
एडब्ल्यूएस क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में डिजिटल कौशल की कमी को पूरा करने और नव उद्यमियों को क्लाउड पर नए उत्पाद एवं सेवाएं विकसित करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री राहुल ने बताया कि हम उपभोक्ताओं को बदलती प्रौद्योगिकी और डिजिटल व्यवस्था में अनुभव आधारित शिक्षा को बड़े पैमाने पर उपलब्ध कराने में मदद करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि भारत के छात्रों और युवाओं में जिज्ञासा, नई सोच और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए अटल इनोवेशन के साथ इस साझेदारी को लेकर हमें गर्व है।
अटल इनोवेशन मिशन और एडब्ल्यूएस के बीच साझेदारी के अंतर्गत अन्य क्षेत्रों में भी कई उपाय शुरू किये जाएंगे जिनमें संयुक्त रूप से कार्यशाला का आयोजन, टेक मैराथन का आयोजन और क्लाउड पर नए उपाय विकसित करने की राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं शामिल हैं। साथ ही साथ स्थानीय सामुदायिक समस्याओं या टिकाऊ विकास लक्ष्य के लिए उपाय भी शामिल हैं।