नई दिल्ली: केंद्रीय विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री आर.के. सिंह ने कहा है कि पर्यावरण के स्तर पर स्वस्थ और स्वच्छ भारत सरकार के दीर्घकालीक उद्देश्य का महत्वपूर्ण हिस्सा है। कृषि अपशिष्ट और ठोस कचरे से ऊर्जा विषय पर एनटीपीसी के दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए आज उन्होंने कहा कि पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ऊर्जा का उत्पादन करना हैं ताकि स्वच्छ भारत में योगदान दिया जा सके। उन्होंने कहा कि समाज का उद्देश्य एक स्वस्थ ग्रह का निर्माण करना है लेकिन इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए कुछ कीमत चुकानी होगी। श्री सिंह ने कहा कि हमारा उद्देश्य ऐसी नीतियां तैयार करना है जिससे कि स्वच्छ भारत के उद्देश्य को पूरा किया जा सके। कृषि अपशिष्ट और नगरों से निकलने वाले ठोस कचरे से ऊर्जा पैदा की जा सकती है, लेकिन हमें इसका लाभ उठाने के लिए कुछ चुनौतियों से पार पाना होगा।
इस अवसर पर विद्युत मंत्रालय के सचिव श्री ए.के. भल्ला ने कहा कि एनटीपीसी देश की महत्वपूर्ण कंपनी है और स्वच्छ पर्यावरण के लिए नवाचार को प्रतिबद्धता के साथ अपना रही हैं। यह सम्मेलन सभी हित धारकों को स्वच्छ पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा और सहयोग के लिए अवसर प्रदान करता है।
वायु प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य के तहत एनटीपीसी ने कृषि अपशिष्टों को खरीदने के लिए निविदा आमंत्रित की है। कंपनी को लगभग 200 मीट्रिक टन कृषि अपशिष्ट प्राप्त हो रहा है। उससे एनटीपीसी की दादरी इकाई में ईंधन का उत्पादन किया जा रहा है। इससे प्रतिवर्ष 150 एमयू नवीकरणीय विद्युत का उत्पादन होगा।