लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव 30 नवम्बर (बुधवार) को यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास
प्राधिकरण क्षेत्र में स्थापित किये जा रहे पतंजलि फूड एवं हर्बल पार्क प्रा0लि0 नोएडा का शिलान्यास करेंगे। यह कार्यक्रम यहां ‘लोक भवन’ में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद एवं पूर्व रक्षा मंत्री श्री मुलायम सिंह यादव करेंगे।
यह जानकारी आज यहां देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि 455 एकड़ क्षेत्र में स्थापित किये जा रहे इस पार्क से प्रदेश में 1600 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इसके कार्यशील होने के उपरान्त 8,000 लोगों को सीधे तौर पर रोजगार मिलेगा, जबकि लगभग 80,000 लोगों को परोक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
इस पार्क के अन्तर्गत कृषि आधारित उत्पादों, खाद्य उत्पाद, हर्बल उत्पाद, पशु आहार दुग्ध उत्पाद एवं औषधीय उत्पाद की इकाइयां तथा रिसर्च एण्ड डेवलपमेण्ट सेण्टर की स्थापना की जाएगी। पार्क में स्थापित की गयी खाद्य प्रसंस्करण इकाई प्रतिदिन 400 टन फल एवं सब्ज़ियों का प्रसंस्करण करेगी, जबकि इसमें जैविक गेहूं का इस्तेमाल करते हुए प्रतिदिन 750 टन आटा भी तैयार किया जाएगा। इस पार्क की स्थापना से इस क्षेत्र की ऊसर एवं कम उपजाऊ जमीनों में ज्वार, बाजरा एवं मोटे अनाजों के उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे किसानों की सकल आय में वृद्धि होगी।
फूड पार्क की स्थापना से जहां एक ओर कृषि कार्य में विविधता आएगी, वहीं दूसरी ओर किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य भी मिलेगा। इसके साथ ही, युवाओं का कौशल विकास होगा और स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, खाद्य प्रसंस्करण की आधुनिक तकनीक से भी स्थानीय लोग वाकिफ़ होंगे। इसके अलावा, पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप से सम्पूर्ण आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य स्थानीय किसानों को बाजार की मुख्यधारा से जोड़ना भी है।
यह जानकारी आज यहां देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि 455 एकड़ क्षेत्र में स्थापित किये जा रहे इस पार्क से प्रदेश में 1600 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इसके कार्यशील होने के उपरान्त 8,000 लोगों को सीधे तौर पर रोजगार मिलेगा, जबकि लगभग 80,000 लोगों को परोक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
इस पार्क के अन्तर्गत कृषि आधारित उत्पादों, खाद्य उत्पाद, हर्बल उत्पाद, पशु आहार दुग्ध उत्पाद एवं औषधीय उत्पाद की इकाइयां तथा रिसर्च एण्ड डेवलपमेण्ट सेण्टर की स्थापना की जाएगी। पार्क में स्थापित की गयी खाद्य प्रसंस्करण इकाई प्रतिदिन 400 टन फल एवं सब्ज़ियों का प्रसंस्करण करेगी, जबकि इसमें जैविक गेहूं का इस्तेमाल करते हुए प्रतिदिन 750 टन आटा भी तैयार किया जाएगा। इस पार्क की स्थापना से इस क्षेत्र की ऊसर एवं कम उपजाऊ जमीनों में ज्वार, बाजरा एवं मोटे अनाजों के उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे किसानों की सकल आय में वृद्धि होगी।
फूड पार्क की स्थापना से जहां एक ओर कृषि कार्य में विविधता आएगी, वहीं दूसरी ओर किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य भी मिलेगा। इसके साथ ही, युवाओं का कौशल विकास होगा और स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, खाद्य प्रसंस्करण की आधुनिक तकनीक से भी स्थानीय लोग वाकिफ़ होंगे। इसके अलावा, पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप से सम्पूर्ण आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य स्थानीय किसानों को बाजार की मुख्यधारा से जोड़ना भी है।