लखनऊ: पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी जी के सम्मान में झूलेलाल पार्क पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक जी ने कहा कि अटल जी ने अपने व्यक्तित्व और कृतित्व से ऐसा स्थान बनाया कि भारत के लोग उन्हें महानायक के रूप में मानते हैं। वर्ष 1957 के लोक सभा चुनाव में अटल जी बलरामपुर से निर्वाचित हुए। आगे चलकर वे देश के प्रधानमंत्री बने और उन्होंने पूरी दुनिया में भारत का मान बढ़ाया। राज्यपाल जी ने अटल जी के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने मूल्यों और सिद्धान्तों पर आधारित राजनीति की। वे भारतीय राजनीति में अपने सकारात्मक योगदान के लिए सदैव याद किए जाएंगे।
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि एक व्यक्ति और राजनीतिज्ञ के रूप में श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने जो लोेकप्रियता हासिल की, वह असाधारण है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक जीवन की शुरुआत में ही अटल जी की प्रतिभा के सभी लोग कायल हो गए थे और यह मानने लगे थे कि यह युवा सांसद एक दिन प्रधानमंत्री अवश्य बनेगा। प्रधानमंत्री बनने के उपरान्त अटल जी ने अपने कार्यों, निर्णयों तथा कूटनीति से विश्व में भारत का मस्तक ऊँचा किया।
केन्द्रीय गृह मंत्री जी ने कहा कि कारगिल युद्ध में अटल जी ने जो कूटनीति अपनायी, उससे पाकिस्तान को युद्ध के साथ-साथ अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर हार का सामना करना पड़ा। अटल जी द्वारा पोखरण में परमाणु परीक्षण के निर्णय की भनक सी0आई0ए0 जैसी खुफिया एजेन्सी को भी नहीं लगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 नरसिम्हा राव जी तथा पूर्व प्रधानमंत्री श्री चन्द्रशेखर जी उन्हें आदर से ‘गुरूजी’ कहकर बुलाते थे। उन्होंने कहा कि अटल जी एकदम निर्भीक व्यक्तित्व वाले राजनीतिज्ञ थे। साथ ही, वे अत्यन्त विनम्र भी थे। उनका व्यक्तित्व और कृतित्व सदैव हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने सदैव विकास की राजनीति की। उन्होंने देश की अवस्थापना सुविधाओं के विस्तार के लिए काम किया। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से उन्होंने देश के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का नेटवर्क तैयार करवाया। आज अटल जी की इस दूरदृष्टि का फायदा देश के गांवों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अटल जी दूरदृष्टा थे और प्रगति के लिए तकनीक और ढांचागत सुविधाओं की आवश्यकता को उन्होंने पहले ही पहचान लिया था। इसलिए अटल जी ने तकनीक का प्रयोग विकास और समृद्धि के लिए करने पर बल दिया।
विधानसभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित ने अटल जी के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि हम सभी सौभाग्यशाली थे कि वे हमारे बीच मौजूद थे। अटल जी अपने विरोधियों से भी अपनी बातें मानने के लिए सहमति बना लेते थे।
इस अवसर पर बिहार के राज्यपाल श्री लालजी टण्डन ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका अटल जी के साथ लम्बा साथ रहा। उन्होंने अटल जी से बहुत कुछ सीखा। आज चारों दिशाओं में अटल जी की कीर्ति फैली हुई है। अटल जी की प्रेरणा उनके शेष जीवन में उनकी धरोहर रहेगी।
समाजवादी पार्टी के संरक्षक श्री मुलायम सिंह यादव ने श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अटल जी राष्ट्रीय नहीं, वरन अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के नेता थे। वे किसी एक दल के नेता न होकर, सर्वमान्य नेता थे। सभी दल के लोग उनका बहुत सम्मान करते थे। उनके कार्य सदैव हम सबके लिए प्रेरणा के स्रोत रहेंगे।
सांसद श्री कलराज मिश्र ने स्व0 अटल जी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने मर्यादित राजनीति की और गरीबों के विकास के लिए कार्य किया। दूरदर्शिता और एकता के साथ उन्होंने पूरे देश को एकता के सूत्र में बांधा। उनके दिखाए रास्ते का अनुसरण हम सभी को करना चाहिए। उनके कार्य, विचार तथा उनकी राजनीतिक सोच हम सबको सदैव प्रेरित करते रहेंगे।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष श्री राज बब्बर ने अटल जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि काल के कुचक्र ने हमसे एक महान राजनीतिज्ञ छीन लिया है। अटल जी एक महान और कुशल राजनीतिज्ञ थे। वे एक बड़े दिलवाले व्यक्ति थे। उन्होंने प्रधानमंत्री पद की गरिमा को बढ़ाया। अटल जी ने राजनीति की, परन्तु राजनीति को अपने व्यक्तित्व पर हावी नहीं होने दिया।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने अटल जी के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे हर भारतीय के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। उन्होंने प्रत्येक भारतीय के दिल पर राज किया।
उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, डाॅ0 दिनेश शर्मा, अटल जी के अनन्य सहयोगी श्री शिवकुमार सहित सिख, ईसाई धर्म के प्रतिनिधियों/धर्मगुरुओं ने भी इस अवसर पर अटल जी के प्रति अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
शिया धर्मगुरू श्री कल्बे जव्वाद ने अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि अटल जी प्रेम और शान्ति के दूत थे। उनके शासन में देश में अमन और शान्ति रही। उन्होंने कहा कि अटल जी कहते थे कि कामयाब इंसान वह है, जिससे लोग मिलना चाहें और मरने के उपरान्त उसे सभी प्रेम से याद करें। वे हमेशा गरीबों का सम्मान करते थे और उनसे प्रेमपूर्वक व्यवहार करते थे।
ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अटल जी बहुत ही मिलनसार व्यक्ति थे। उन्होंने कहा कि यह हम सबके लिए फख्र की बात है कि उन्होंने लखनऊ की नुमाइंदगी की और शहर की तहजीब में चार चांद लगाए।
कार्यक्रम के अन्त में स्व0 अटल जी के सम्मान में 02 मिनट का मौन रखकर सभी उपस्थित लोगों ने अपनी श्रद्धांजलि दी। इसके उपरान्त अटल जी की अस्थियों का विसर्जन गोमती नदी में मंत्रोच्चार के बीच किया गया।
कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश मंत्रिमण्डल के मंत्रिगण, कांग्रेस नेता श्री प्रमोद तिवारी जी, स्व0 अटल जी की दत्तक पुत्री श्रीमती नमिता भट्टाचार्य व उनके परिजन सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।