लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने पी0सी0डी0एफ0 के माध्यम से पशुपोषण योजना के अन्तर्गत दुधारू पशुओं को उच्च एवं अच्छी गुववत्ता का पशु आहार उपलब्ध कराने हेतु प्रदेश में दो पशुआहार निर्माण शालाये वाराणसी एवं मेरठ में स्थापित करके उन्हें सक्रिय किया है। प्रत्येक पशु आहार निर्माण शालाओं की प्रतिदिन पशु आहार उत्पादन की क्षमता 100-100 मी0 टन है ।
यह जानकारी प्रदेश के दुग्ध विकास मंत्री श्री राममूर्ति वर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने इन पशु आहार निर्माण शालाओं द्वारा प्रदेश की समस्त दुग्ध समितियों को ‘‘पराग संतुलित पशु आहार‘‘ की बिक्री की सुदृढ़ व्यवस्था की है।
दुग्ध विकास मंत्री श्री वर्मा ने बताया कि दुग्ध उत्पादकों को हराचारा बीज उपलब्ध कराने हेतु जनपद अलीगढ़ में बीज विधायन इकाई स्थापित है। इस इकाई द्वारा प्रमाणित हराचारा बीज दुग्ध संघों के माध्यम से समितियों द्वारा कृषकों एवं दुधारू पशुपालकों को उपलब्ध कराने की सुदृढ़ व्यवस्था की गयी है।
श्री वर्मा ने बताया कि जनपद मुरादाबाद में नस्ल सुधार कार्यक्रम में सीमेन उपलब्ध कराने हेतु फ्रोजेन सीमेन सेण्टर स्थापित किया जा चुका है। दुग्ध उत्पादकों को पशुओं के स्वास्थ्य, पशु प्रजनन और पशु प्रबन्धन का प्रशिक्षण पी0सी0डी0एफ0 द्वारा संचालित छः प्रशिक्षण केन्द्रों-वाराणसी, रायबरेली, लखनऊ, कानपुर, आगरा तथा मेरठ द्वारा प्रदान किया जाता है।