नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड के खिलाफ चलाए जा रहे राष्ट्रव्यापी अभियान में बड़ा योगदान करने के लिए रोटरी क्लब की सराहना की है। रोटरी क्लब के लोगों के साथ आज वीडियो कॉन्फ्रेंस में डा. हर्षवर्धन ने कहा “मैं कोविड-19 के खिलाफ हमारी लड़ाई में रोटरी क्लब द्बारा किए जा रहे योगदान को काफी अहमियत देता हूं। पीएम केयर्स तथा अस्पतालों के लिए उपकरण, सैनिटाइजर, भोजन, व्यक्तिगत सुरक्षा किट और एन95 मास्क आदि के संदर्भ में उनका योगदान सराहनीय है।”
डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अधिक से अधिक लोगों को शामिल करने के उद्देश्य से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश भर के रोटरी क्लब के सदस्यों के साथ यह बातचीत की उन्होंने इस दौरान कहा कि आज से 27 साल पहले जब से मैंने सार्वजनिक जीवन में कदम रखा देशभर में रोटरी क्लब ने दिल्ली सहित समूचे भारत में पोलियो उन्मूलन के लिए अपनी सेवाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि रोटरी क्लब के लोग कोविड संक्रमण जैसी चुनौती से निबटने के प्रयासों में एक बार फिर से भारत सरकार के साथ काम करने के लिए अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता व्यक्त करने के लिए यहां हैं।
उन्होंने कहा कि दुनिया के 215 देशों में अपने पैर पसार चुके कोरोना को पराजित करने के लिए ‘हम सभी को मिलकर काम करना होगा।’
डॉ. हर्षवर्धन ने रोटरी क्लब के सदस्यों को पीएम केयर्स कोष मे 26 करोड़ की राशि के योगदान के लिए भी धन्यवाद दिया। इसके अलावा रोटेरी क्लब के लोगों ने 75 करोड़ रूपए के मानवीय कार्य भी किए हैं जो सराहनीय हैं।
उन्होंने कहा “मैं यह बताना चाहूंगा कि भारत दुनिया का पहला ऐसा देश रहा, जिसने चीन में कोरोना वायरस फैलने के खुलासे के साथ ही बचाव के कदम उठाने शुरु कर दिए। अगले दिन ही स्थिति की निगरानी के लिए कदम उठाए गए और पहले संयुक्त निगरानी समूह की बैठक की गई। मेरी अध्यक्षता में मंत्रियों का एक समूह भी माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गठित किया गया, ताकि स्थिति के अनुसार महत्वपूर्ण निर्णय लिया जा सके। यह देश भर में घातक वायरस के खिलाफ एक उत्साही युद्ध की शुरुआत करने के लिए पर्याप्त था।”
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा की गई कार्रवाइयों पर आपकी सकारात्मक और योग्य टिप्पणियों को सुनकर मैं बेहद संतुष्ट हूं। इन कार्रवाइयों की सराहना डब्ल्यूएचओ सहित विश्व भर के नेताओं और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा की जा रही है।”
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा “अधिकांश देश कोरोना वायरस के लिए टीका और दवा विकसित करने में शामिल हैं। दुनिया इस तथ्य को स्वीकार करती रही है कि कोरोना वायरस के खिलाफ उसकी लड़ाई में भारत अन्य देशों की तुलना में बहुत बेहतर है। चूंकि एक वैक्सीन के विकास में अधिक समय लगने वाला है, इसलिए तब तक हम एक प्रभावी सामाजिक टीके के रूप में लॉकडाउन के नियमों के अनुपालन और सामाजिक दूरी बनाए रखने के सिद्धांतों पर निर्भर रह सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा “कई संबंधित देश बहुत जरूरी टीके और दवा की खोज में लगे हैं लेकिन इसे विकसित करने और फिर दुनिया भर में इलाज के लिए इसका इस्तेमाल करने में काफी लंबा समय लगेगा। मेरा विज्ञान और प्रोद्योगिकी मंत्रालय भी इस दिशा में कुछ नया करने के काम में लगा है और इसके अलावा कई ऐसी परियोजनाओं का वित्त पोषण भी कर रहा है जिससे परीक्षण प्रक्रिया काफी तेज हो सकती है।
श्री कोबरा तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी द्वारा केवल दो घंटों में कोविद -19 की पुष्टि करने वाली कम लागत वाली डायग्नोस्टिक टेस्ट किट विकसित की गई है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा वित्तपोषित चित्रा किटलैंप-एन नामक परीक्षण किट खासतौर से सार्स सीओवी-2 एन-जीन परीक्षण के लिए विशिष्ट है। यह जीन के दो क्षेत्रों का पता लगा सकता है जो यह सुनिश्चित करेगा कि परीक्षण किसी भी तरह से विफल न हो।
डॉ. हर्षवर्धन ने आसपास के जोखिमों के बारे में जानने के लिए लोगों की जिज्ञासा का उल्लेख करते हुए, आरोग्य सेतु मोबाइल एप्लिकेशन की प्रभावशीलता पर प्रकाश डाला, जिसे 05 करोड़ से अधिक लोगों ने डाउनलोड किया है। यह भारत सरकार द्वारा कोविड-19 के खिलाफ हमारी संयुक्त लड़ाई में आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को जोड़ने के लिए भारत सरकार द्वारा विकसित एक मोबाइल एप्लिकेशन है। ऐप का उद्देश्य कोविड-19 से संबंधित जोखिमों, सर्वोत्तम प्रथाओं और प्रासंगिक सलाह के संबंध में एप्लिकेशन के उपयोगकर्ताओं तक पहुंचने और लगातार सूचना देने के लिए भारत सरकार की पहल को बढ़ावा देना है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने इस प्रकोप के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की अभूतपूर्व मांग को पूरा करने के लिए आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के वितरण को सक्षम बनाने के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किया है। ऐसे रोगियों को टेली-परामर्श, डिजिटल पर्चे और दवाओं की होम डिलीवरी से संबंधित सेवाएं भी प्रदान की जा सकती हैं। उन्होंने ने रोटरी क्लब के लोगों से कहा कि वह कुछ निहित स्वार्थी तत्वों और गैर जिम्मेदार लोगों द्वारा फैलाई जा रही अफवाह और गलत सूचनाओं पर विश्वास न करें। उन्होंने कहा कि इस स्थिति से उबरने के लिए सरकार ने 543 करोड़ एसएमएस भेजे हैं और वास्तविक बातचीत शुरू होने से पहले मोबाइल पर प्री-रिकॉर्डेड कॉलर ट्यून संदेश भेजा जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा “मैं रोटरी क्लब वालों से एक बार फिर से सक्रिय सहयोग और योगदान की अपेक्षा कर रहा हूं जो निश्चित रूप से राष्ट्र के हित में बेहतर साबित होगा।”