नई दिल्लीः पेरु के शीर्ष नेतृत्व ने इस बात को स्वीकार किया है कि उनके देश को भारत की विभिन्न क्षेत्रों में सफल गाथा से बहुत कुछ सीखने एवं उससे लाभान्वित होने की जरुरत है। लीमा में 11 मई, 2018 को दोनों देशों के बीच राजनयिक रिश्तों के 55 वर्ष पूरे होने के अवसर पर उसने भारत के साथ व्यापार संबंधों में उल्लेखनीय रूप से बढोतरी करने का संकल्प किया।
उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडु ने आज लीमा में पेरु के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ भागीदारी बढ़ाने के कई मुद्वों को निर्दिष्ट करते हुए व्यापक बातचीत की।
शिष्टमंडल स्तरीय वार्ता के दौरान पेरु के प्रधानमंत्री श्री सेजार विलानुएवा बारडलेस ने कहा कि भारत को फार्मा क्षेत्र में एक अग्रणी देश माना जाता है और पेरु इससे लाभ उठा सकता है। पेरु की स्वास्थ्य मंत्री सुश्री सिल्विया पेसाह इलीजे ने कहा कि भारत सरकार भारतीय फार्मा कंपनियों को पेरु में जेनरिक दवाओं के उत्पादन की सुविधाएं स्थापित करने की दिशा में जरुरी कदम उठा सकती है एवं मुक्त व्यापार समझौते के शीघ्र संपन्न होने की इच्छा जताई।
पेरु के विदेश व्यापार एवं पर्यटन मंत्री श्री रोजर्स वेलेन्सिया एस्पिनोजा ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार की संभावना के बारे में बोलते हुए कहा कि पेरु भारत के साथ एक व्यापक मुक्त व्यापार समझौते के समापन का इच्छुक है।
पेरु के विदेश मंत्री श्री नेस्टोर पोपोलिजियो बारडलेस ने जोर देकर कहा कि भारत अपनी वैश्विक भूमिका के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता का हकदार है। शिष्टमंडल स्तर की वार्ता के बाद भारत एवं पेरु ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किया।