नई दिल्ली: पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने तेल और गैस क्षेत्र में भारत-रूस सहयोग पर एक प्रेस वक्तव्य जारी किया है। श्री प्रधान ने कहा है कि तेल और गैस के क्षेत्र में भारत और रूस के बीच मजबूत तथा ऐतिहासिक संबंध हैं। दोनों देशों के बीच यह सहयोग 1970 के दशक के दौरान तेल एवं प्राकृतिक गैस आयोग (ओएनजीसी) के बाम्बे हाई में रूस की भागीदारी और 1990 के दशक में सखालिन में भारतीय निवेश के समय से चला आ रहा है। पिछले दो वर्षों के दौरान यह सहयोग और मजबूत हुआ है। इस साल मई में ओएनजीसी विदेश लिमिटेड ने वानकॉर में 15 प्रतिशत की हिस्सेदारी अर्जित की। ऑयल इंडिया लिमिटेड, इंडियन ऑयल कारपोर्रेशन लिमिटेड और भारत पेट्रो रिर्सोसेस लिमिटेड संयुक्त रूप से वानकॉर में 23.9 प्रतिशत की अतिरिक्त हिस्सेदारी तथा तास-सूयार्ख में 29.9 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने की प्रक्रिया में है। दोनों देशों के बीच एक दूसरे के यहां निवेश को प्रोत्साहन देना भारत सरकार की उच्च प्राथमिकता है। हम रूसी कंपनियों का स्वागत करते हैं कि वे भारत में देश के तेजी से बढ़ते तेल और गैस क्षेत्र में निवेश करें जिनमें अपस्ट्रीम, मिडस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम क्षेत्र शामिल हैं।