नई दिल्ली: पेट्रोलियम राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेन्द्र प्रधान के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिमंडल ने 18-19 मई, 2015 को मेक्सिको का दौरा किया। दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा के दौरान श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने अपने समकक्ष मेक्सिको के ऊर्जा मंत्री श्री पेड्रो जोकुइन काल्डवेल के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। उन्होंने आर्थिक मामलों के मंत्री श्री इल्डेफॉन्सो गुआजार्डो विलेरियल और मेक्सिको की राष्ट्रील तेल कंपनी पेमेक्स के सीईओ श्री एमिलो लोजोया ऑस्टिन से भी मुलाकात की। मेक्सिको ने हाल ही में वर्ष 2014 में निजी और विदेशी भागीदारों के लिए ऊर्जा क्षेत्र के दरवाजे खोल दिए हैं। इस कदम से द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने और उसमें विविधता लाने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। वर्तमान में आईओसी, आरआईएल और एस्सार मेक्सिको से करीब 6 एमएमटी कच्चा तेल खरीदते हैं। मेक्सिको में किए गए ऊर्जा सुधारों से ‘खरीदार-दुकानदार’ का रिश्ता अब एक ‘ऊर्जा साझेदारी’ के रिश्ते में बदलेगा।
बैठक के दौरान श्री प्रधान ने इस बात पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विश्व में ऊर्जा उत्पादित करने वाले मुख्य देशों के साथ ऊर्जा साझेदारी को विकसित किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ऊर्जा के आयात स्त्रोतों में विविधता लाना चाहता है और भारत वर्तमान में 20 फीसदी से ज्यादा कच्चा तेल लैटिन अमेरिका से आयात करता है। उन्होंने कहा कि भारत ऊर्जा क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों में मजबूती लाने के लिए अपनी प्राथमिकता में मेक्सिको को ऊपर रखता है। ओएनजीसी विदेश ने भी अपना कार्यालय मेक्सिको में खोलने का फैसला किया है। साथ ही इस कंपनी ने पेमेक्स के साथ एक सहमति पत्र पर भी हस्ताक्षर किए हैं।
श्री प्रधान ने कहा कि भारतीय कंपनियां मेक्सिको में गहरे पानी और गैर-परंपरागत संसाधनों समेत अन्वेषण और उत्पादन गतिविधियों में शामिल होना चाहती हैं। बातचीत के दौरान उन्होंने इस तथ्य पर भी प्रकाश डाला कि भारत किफायती ढंग से जटिल रिफायनरी को विकसित करने में विशेषज्ञता हासिल करने के साथ-साथ एक आधुनिक रिफायनिंग हब के तौर पर उभरा है। भारत रिफायनिंग सेक्टर के उन्नयन में मेक्सिको की मदद कर सकता है। उन्होंने मेक्सिको के समकक्ष से उन भारतीय कंपनियों के इस्तेमाल पर विचार करने का भी प्रस्ताव रखा जो कि किफायती ढंग से विश्व स्तरीय सेवाएं दे रही हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत हाइड्रोकार्बन के क्षेत्र में भी मेक्सिको से दीर्घकालीक साझेदारी चाहता है।
मेक्सिको के ऊर्जा मंत्री और पेमेक्स के सीईओ ने हाइड्रोकार्बन सेक्टर के सभी क्षेत्रों में भारतीय निवेश के आमंत्रित किया। दोंनों देशों में इस बात सहमति बनी है कि अगर ऊर्जा क्षेत्र में संबंध मजबूत होने पर दोनों मुल्कों को फायदा होगा। दोनों मंत्रियों के बीच तेल और गैस क्षेत्र में ठोस क्षेत्रों की पहचान के लिए आधिकारिक स्तर पर हाईड्रोकार्बन पर एक संयुक्त कार्य समूह गठित करने पर सहमति बनी। इस दौरान श्री प्रधान के साथ मेक्सिको में भारतीय राजदूत श्री सुजान चिनॉय, संयुक्त सचिव (आईसी एंड जीपी), चेयरमैन आईओसी और एमडी ओएनजीसी विदेश लिमिटेड भी मौजू