लखनऊ: उत्तर प्रदेश वेतन विसंगतियों को दुरुस्त करने और अस्पतालों में नए पदों के सृजन समेत दस मांगों को लेकर आज से सूबे भर में सभी फार्मासिस्टों ने हड़ताल की शुरुआत की है। यूपी के सभी सरकारी अस्पतालों में सुबह 8 बजे से लेकर 10 बजे तक कोई भी फार्मासिस्ट काम नहीं कर रहा है।
दरअसल, सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने एक हफ्ते तक 2 घंटे के कार्य बहिष्कार को अगले 1 हफ्ते तक जारी रखने का फैसला किया है।सरकार ने अगर शनिवार तक कोई फैसला नहीं लिया तो यूपी के करीब 7 हजार फार्मासिस्ट पूरी तरह से हड़ताल पर चले जाऐंगे। सिर्फ 2 घंटे के कार्यबहिष्कार से ही सभी अस्पतालों में आज मरीजों को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ी।
एक ओर यूपी में जहां स्वाइन फ्लू से स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ी हुई है वहीं दूसरी तरफ फार्मासिस्टों के कार्यबहिष्कार्य से परेशानी और बढ़ जाएगी। महामंत्री,डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के सचान का कहना है कि सरकार फार्मासिस्टों की मांगों पर गंभीर नहीं है, इसलिए मजबूरन हमने कार्य बहिष्कार का फैसला लिया है।