26 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

पीआईबी ने फेसबुक के सहयोग से कार्यशाला आयोजित की

देश-विदेश

नई दिल्लीः सूचना एवं प्रसारण राज्‍य मंत्री कर्नल राज्‍यवर्धन राठौर ने कहा है कि त्वरित संचार एवंमल्‍टीमीडिया प्‍लेटफॉर्मों के वर्चस्‍व वाले मौजूदा मीडिया परिदृश्‍य में सरकारी संवाद के लिहाज से नागरिकों की सहभागिता और दोतरफा संचार की विशेष अहमियत है। इस संदर्भ में एक संचार प्‍लेटफॉर्म के रूप में सोशल मीडिया अधिकतम शासन पर अपना ध्‍यान केन्द्रित करने वाली सरकार में एक किफायती और प्रभावशाली साधन के रूप में उभर कर सामने आया है। इसकी ताकत और प्रभाव का उल्‍लेख करते हुए कर्नल राठौर ने कहा कि आज सोशल मीडिया पर व्‍यक्‍त की जाने वाली प्रतिक्रियाएं विश्‍व भर में विभिन्‍न देशों में होने वाली चर्चाओं और वाद-विवाद को नया रूप प्रदान कर रही हैं। उभरता परिदृश्‍य अन्य मीडिया प्लेटफॉर्मों पर भी हावी है।

मंत्री महोदय ने आज यहां नेशनल मीडिया सेंटर में ‘सरकारी संचार के लिए फेसबुक के कारगर उपयोग’ पर आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए ये बातें कहीं। सूचना एवं प्रसारण सचिव श्री अजय मित्‍तल, पीआईबी के महानिदेशक श्री फ्रैंक नोरोन्‍हा, संचार एवं प्रसारण मंत्रालय और अन्‍य मंत्रालयों/विभागों के अधिकारीगण और भारत, दक्षिण एवं मध्‍य एशिया के लिए पॉलिसी डायरेक्‍टर सुश्री अंखी दास के अलावा फेसबुक की ओर से वैश्विक निदेशक (राजनीति एवं सरकार) सुश्री कैटी हार्बथ भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।

मंत्री महोदय ने यह भी कहा कि सरकार के सामने चुनौती यह है कि नागरिकों के साथ संवाद करने के लिए सही सामग्री एवं ज्ञान के साथ अपने दृष्टिकोण एवं रणनीति को किस तरह नये सिरे से अनुकूल बनाया जाए एवं दुरुस्‍त किया जाए, ताकि उन्‍हें सशक्‍त बनाया जा सके। गुणवत्‍ता एवं सटीक सूचनाओं की बढ़ती मांग और संचार के गतिशील माध्‍यम के रूप में सोशल मीडिया को ध्‍यान में रखते हुए यह खास अ‍हमियत रखता है, क्‍योंकि इस पर महत्‍वपूर्ण मुद्दों के बारे में तत्‍काल धारणाएं बन जाती हैं। इस संदर्भ में पत्र सूचना कार्यालय द्वारा क्षमता सृजन के लिए उठाए गए कदमों से न केवल सरकार की संस्‍थागत क्षमता सुदृढ़ होगी, बल्कि इससे सरकार को समस्‍त सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्मों पर एक व्‍यापक संचार रणनीति को मुख्‍यधारा में लाने में भी मदद मिलेगी।

बजट के लिए अपनाए गए संचार दृष्टिकोण का उदाहरण देते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि नागरिकों के साथ यथासमय, निरंतर, व्‍यक्तिगत, रचनात्‍मक एवं रोचक ढंग से संवाद करने की जरूरत है। इसे ध्‍यान में रखते हुए बजट के प्रावधानों को सरल बनाने के लिए इन्‍फोग्राफिक्‍स और रचनात्‍मक ग्राफिक्‍स तैयार किए गए, ताकि लोग उन्‍हें आसानी से समझ सकें और सरकार की योजनाओं एवं कदमों से लाभान्वित हो सकें।

इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण सचिव ने कहा कि सरकार के लिए यह जानना अत्‍यंत आवश्‍यक है कि संचार को किस तरह से रोचक एवं आकर्षक बनाया जा सकता है। संचार क्षेत्र में विविध लक्षित लोगों तक पहुंचने एवं उन्‍हें विभिन्‍न संदेशों से अवगत कराने के लिए रचनात्‍मक एवं अभिनव कदम उठाए जाने की आवश्‍यकता है। संकट के समय नये साधनों की जरूरत पर बोलते हुए उन्‍होंने कहा कि आपदा के दौरान लोगों तक पहुंचने में फेसबुक लाइव महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

इस अवसर पर पत्र सूचना कार्यालय के महानिदेशक ने कहा कि सोशल मीडिया ने लोगों के साथ तुरंत संवाद कायम करने की क्षमता काफी बढ़ा दी है। सोशल मीडिया पर ध्‍यान केन्द्रित किये जाने पर विशेष बल देते हुए उन्‍होंने कहा कि यह सरकार का दर्शन है कि नागरिकों से हमारे दरवाजे पर दस्‍तक दिये जाने की उम्‍मीद करने के बजाय हमें ही उनके पास जाकर उनसे संवाद कायम करना चाहिए, चाहे वे जहां भी रहते हों। उन्‍होंने यह भी कहा कि विश्‍व भर में संचार क्षेत्र में अपनाई जा रही सर्वोत्‍तम प्रथाओं का अध्‍ययन करने एवं उनसे सीखने तथा संचारकों के रूप में अपनी क्षमता को बेहतर करने की जरूरत है।

पत्र सूचना कार्यालय, न्‍यू मीडिया सेल और फेसबुक के संयुक्‍त प्रयासों से यह कार्यशाला आयोजित की गई। सरकार के विभिन्‍न मंत्रालयों और विभागों के 250 से भी अधिक अधिकारियों ने इस कार्यशाला में भाग लिया।

Related posts

4 comments

Leave a Comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More