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आर्सेनिक/फ्लोराइड से प्रभावित गांवों में पाइप पेयजल की व्यवस्था की जाए: सीएम

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लखनऊ मण्डल के विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने जनप्रतिनिधियों से संवाद किया और निर्माण कार्यों की प्रगति के सम्बन्ध में फीडबैक लिया। विधान सभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। विधान सभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री जी द्वारा विकास कार्यों की समीक्षा तथा इस सम्बन्ध में अधिकारियों को तत्काल दिशा-निर्देश दिए जाने की सराहना की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों से संवाद एवं समन्वय बनाते हुए परियोजनाओं को गुणवत्तापरक एवं समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि हर स्तर पर बेहतर संवाद बनाते हुए समस्याओं का प्रभावी समाधान किया जाए। उन्होंने कहा कि शिलान्यास व लोकार्पण के कार्य जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कराए जाएं। जनप्रतिनिधियों द्वारा संज्ञान में लाए गए प्रकरणों का समुचित निस्तारण स्थानीय स्तर पर किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि परियोजनाओं का समयबद्ध ढंग से समय पर पूर्ण होना और गुणवत्तापरक होना आवश्यक है। इससे जनता को इन योजनाओं का लाभ मिलता है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता इस प्रकार की हो कि वे जनविश्वास का प्रतीक बनें। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक धन का दुरुपयोग कतई न हो। ऐसा पाए जाने पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण होने पर यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट प्रेषित किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे समय पर धनराशि निर्गत होगी। योजनाओं की प्रगति का भौतिक सत्यापन किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण के दृष्टिगत सतर्कता व बचाव के उपायों को अपनाते हुए विकास गतिविधियों को संचालित करना है। कोविड का खतरा निरन्तर बना हुआ है। व्यापक बचाव व उपचार की और बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। अस्पताल प्रभावी ढंग से कार्यशील रहें। टेस्टिंग, काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग और डोर-टू-डोर सर्वे व्यापक पैमाने पर हो।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गांवों में ग्राम सचिवालय का निर्माण हो रहा है। यहां विभिन्न प्रकार की गतिविधियां संचालित की जा सकेंगी। ग्राम सचिवालय का उपयोग सामुदायिक गतिविधियों जैसे-बारात घर आदि के लिए भी किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी ग्राम सचिवालय के निर्माण के लिए भूमि का चिन्हांकन जनप्रतिनिधियों के समन्वय से करें और प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त कर लें। इसी प्रकार, सामुदायिक शौचालय के लिए स्थल का चयन व्यापक जनहित के दृष्टिगत किया जाए। शौचालयों की साफ-सफाई की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना तथा स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण की शत-प्रतिशत जियो टैगिंग सुनिश्चित करते हुए योजनाओं के नाम तथा व्यय की गई धनराशि अंकित किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने स्मार्ट सिटी एवं अमृत योजना के कार्यों की गति बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि पेयजल, सीवरेज, सेप्टेज प्रबन्धन के सम्बन्ध में समयबद्ध ढंग से कार्य योजना बनाते हुए इन योजनाओं को पूर्ण किया जाए। जहां अमृत योजना के कार्य पूर्ण हो चुके हैं, वहां कनेक्शन उपलब्ध कराए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केन्द्र सरकार के आर्थिक पैकेज के तहत कृषि की आधारभूत संरचना के लिए कार्य योजना बनायी जाए। एफ0पी0ओ0 का गठन हो। भण्डारण गृहों तथा कोल्ड स्टोरेज का निर्माण किया जाए। इनसे कृषि क्षेत्र में सुधार और किसानों को व्यापक लाभ होगा। बैंकर्स कमेटी के साथ बैठक कर ओ0डी0ओ0पी0 एवं एम0एस0एम0ई0 के तहत योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। लोन मेला आयोजित हो। प्रधानमंत्री आर्थिक पैकेज के तहत योजनाएं बनाते हुए प्रत्येक सेक्टर में कार्य योजना बनाते हुए प्रदेश में अधिक से अधिक ऋण वितरण का लक्ष्य रखा जाए। ओ0डी0ओ0पी0 तथा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत जनपद स्तर पर कार्यों को और सुदृढ़ किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शुद्ध पेयजल बीमारियों से बचाव के लिए आवश्यक है। पेयजल योजनाओं के लिए नोडल अधिकारी तैनात किए जाएं। यह योजनाएं सेल्फ सस्टेनेबल हों। कम लागत की परियोजनाओं को भी समयबद्ध ढंग से पूर्ण कराने के लिए नियमित समीक्षा किए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के तहत विकास कार्यों को समयबद्ध ढंग से मानक के अनुसार पूर्ण किया जाए। गो-आश्रय स्थलों को बेहतर और व्यवस्थित ढंग से संचालित किया जाए। जैविक खाद की सम्भावनाओं पर भी कार्य किया जाए। स्थानीय स्तर पर पर्यटन महत्व के स्थलों को विकसित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 01 अक्टूबर, 2020 से धान क्रय केन्द्र प्रारम्भ होंगे। आवश्यकतानुसार अतिरिक्त क्रय केन्द्रों की स्थापना की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम धनराशि न मिले। धान खरीद में कोविड-19 प्रोटोकाॅल का पूर्णतः पालन किया जाए। स्वच्छता व सैनिटाइजेशन की कार्यवाही प्रभावी ढंग से नियमित रूप से संचालित की जाए। सम्पूर्ण समाधान दिवस व थाना दिवस का संचालन स्थानीय तौर पर समस्याओं के समाधान के लिए हो।
मुख्यमंत्री जी ने सभी सम्बन्धित विभागों को वर्षा के बाद सड़कों को गड्ढामुक्त किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़कों की मरम्मत व नवनिर्माण की कार्यवाही भी प्राथमिकता के आधार पर की जाए। इनमें गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए। विद्युत विभाग रोस्टर के अनुरूप बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करे। आपूर्ति के लिए जर्जर तारों को बदला जाए। उन्होंने राजस्व संग्रह बढ़ाए जाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि जी0एस0टी0 के तहत पंजीकरण अधिक से अधिक संख्या में हो। रिटर्न के सम्बन्ध में व्यापारियों को प्रशिक्षित किया जाए। खनन की कार्यवाही पारदर्शितापूर्ण एवं समयबद्ध ढंग से करने पर राजस्व में वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद लखनऊ में कोविड-19 की टेस्टिंग बढ़ायी जाए। आर0टी0पी0सी0आर0 द्वारा कम से एक तिहाई टेस्ट किए जाएं। उन्होंने कहा कि टेस्ट फोकस्ड होने चाहिए। रिकवरी रेट को बेहतर किया जाए। हाई रिस्क ग्रुप की फोकस्ड टेस्टिंग हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 16 जनपदों में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए वरिष्ठ नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। जनपद लखनऊ के लिए तैनात अधिकारी कल से कोविड-19 के नियंत्रण के सम्बन्ध में समन्वय करेंगे। लखनऊ में संक्रमण के सम्बन्ध में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद उन्नाव में कोविड एल-2 अस्पताल को प्रभावी ढंग से क्रियाशील करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके बेहतर संचालन से रिकवरी रेट में वृद्धि होगी। उन्होंने उन्नाव जनपद मंे डाॅ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम की मरम्मत के सम्बन्ध में कार्य योजना प्रस्तावित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आर्सेनिक/फ्लोराइड से प्रभावित गांवों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने व्यापक कार्य योजना बनायी है। आर्सेनिक/फ्लोराइड से प्रभावित गांवों में यदि पाइप पेयजल की व्यवस्था नहीं है, तो उसकी व्यवस्था की जाए। ऐसे गांव योजना से आच्छादित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद हरदोई में सर्विलांस बढ़ाए जाने एवं कोविड संक्रमण से बचाव के उपाय अपनाने के लिए आमजन को जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए बेहतर कार्य योजना बनायी जाए। उन्होंने जनपद लखीमपुर खीरी में थारू समुदाय से सम्बन्धित थारू हट आदि का संचालन स्थानीय महिला स्वयंसेवी समूहों द्वारा कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एल-2 कोविड अस्पताल के हर बेड पर आॅक्सीजन की सुविधा उपलब्ध करायी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद सीतापुर में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालयों के निर्माण कार्य को तेजी से पूर्ण किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में नोडल अधिकारी तैनात किया जाए, जो कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूर्ण कराए। कोविड एल-2 अस्पताल को प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। आॅक्सीजन के साथ वेण्टीलेटर और एच0एफ0एन0सी0 की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सभी सुविधाएं कार्यशील रहें।
मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि लखनऊ मण्डल में 50 करोड़ रुपए से अधिक लागत की योजनाओं में जनपद लखनऊ में एस0जी0पी0जी0आई0 परिसर में मैरिड हाॅस्टल (200 कक्ष) का निर्माण, आॅप्थोमाॅलाॅजी ब्लाॅक का निर्माण, मेडिसिन एवं किडनी ट्रांसप्लाण्ट सेण्टर का निर्माण, डाॅ0 राम मनोहर लोहिया मेडिकल इंस्टीट्यूट के नवीन परिसर की स्थापना का कार्य, के0जी0एम0यू0 में ट्रांजिट नर्सेज हाॅस्टल का निर्माण, के0जी0एम0यू0 खदरा ब्वाॅयज हाॅस्टल का निर्माण, डाॅ0 राम मनोहर लोहिया राज्य प्रशासन एवं प्रबन्धन अकादमी चकगंजरिया का निर्माण, राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय लखनऊ का निर्माण कार्य सम्मिलित है।
इसी प्रकार, मा0 उच्च न्यायालय लखनऊ खण्ड पीठ में मल्टीलेवल पार्किंग, ख्वाज़ा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के द्वितीय चरण का निर्माण, बटलर पैलेस काॅलोनी लखनऊ में राज्य अतिथि गृह का निर्माण, गुरु गोविन्द सिंह स्पोट्र्स काॅलेज में वेलोड्रम का निर्माण, स्टेट डिजास्टर रिस्पाॅन्स फोर्स के कार्यालय भवन का निर्माण, जे0टी0आर0आई0 लखनऊ परिसर में 200 कक्ष के अतिथि गृह का निर्माण, नगरीय प्रशिक्षण एवं शोध केन्द्र का निर्माण, तुलसीदास मार्ग विक्टोरिया स्ट्रीट पर चरक चैराहे से हैदरगंज तिराहे तक 02-लेन के फ्लाई ओवर का निर्माण, जनेश्वर मिश्र पार्क हेतु गोमती बन्धे से पहुंच मार्ग एवं अण्डरपास का निर्माण, अवध विहार वृन्दावन योजना मार्ग पर रेलवे लखनऊ-वाराणसी सेक्शन पर 4-लेन उपरिगामी सेतु, शहीद पथ से लखनऊ एयरपोर्ट को जोड़ने वाले वैकल्पिक मार्ग के अलाइनमेण्ट में एलीवेटेड फ्लाई ओवर का निर्माण, विक्टोरिया स्ट्रीट पर हैदरगंज तिराहे से मीना बेकरी से पूर्व तक 2-लेन फ्लाई ओवर का निर्माण, लखनऊ-बाराबंकी रेलवे लाइन पर 4-लेन रेल सेतु, गुरु गोविन्द सिंह मार्ग पर हुसैनगंज चैराहा बांसमण्डी-नाका हिण्डोला चैराहे के मध्य 3-लेन फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य शामिल है।
जनपद लखनऊ में 10 से 50 करोड़ रुपए के मध्य की लागत की 37 परियोजनाओं में से 10 पूर्ण हो चुकी हैं और 27 परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। जनपद उन्नाव में 10 से 50 करोड़ रुपए के मध्य की लागत की 07 परियोजनाएं एवं जनपद सीतापुर में 09 परियोजनाएं संचालित हैं। जनपद रायबरेली में 10 से 50 करोड़ रुपए के मध्य की लागत की 13 परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा, जल शक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास श्री आलोक कुमार, अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक श्री मुकुल सिंघल, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव पंचायती राज एवं ग्राम्य विकास श्री मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला, अपर मुख्य सचिव सिंचाई श्री टी0 वेंकटेश, अपर मुख्य सचिव नियोजन एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन श्री कुमार कमलेश, अपर मुख्य सचिव गन्ना विकास श्री संजय भूसरेड्डी, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री अरविन्द कुमार, अपर मुख्य सचिव युवा कल्याण श्रीमती डिम्पल वर्मा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव आवास श्री दीपक कुमार, प्रमुख सचिव पर्यटन श्री जितेन्द्र कुमार, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री आलोक कुमार, निदेशक सूचना श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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