केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, रेलवे और उपभोक्ता मामले, खाद्य व सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि जल्द ही नेशनल सिंगल विंडो सिस्टम के पहले चरण का सॉफ्ट लॉन्च कर दिया जाएगा। इस डिजिटल प्लेटफॉर्म से निवेशकों के लिए भारत में कारोबार शुरू करने के लिए जरूरी पूर्व-संचालन स्वीकृतियों की पहचान और आवेदन करना संभव हो जाएगा। उन्होंने आज सिंगल विंडो सिस्टम की समीक्षा बैठक के दौरान कहा, पहले चरण में इसमें 17 मंत्रालय/ विभाग और 14 राज्य शामिल होंगे, जिसके जल्द ही शुरू होने की संभावना है। वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री श्री सोम प्रकाश भी इस बैठक में शामिल हुए।
श्री गोयल ने उम्मीद जताई कि यह एक निर्बाध व्यवस्था होगी, जहां उद्यमों और उद्योगपतियों के लिए जमीन की खरीद सहित सभी जानकारियां उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि यह पूर्ण रूप से “सिंगल विंडो” व्यवस्था होगी, जो निवेशकों को सभी समस्याओं या जरूरतों के लिए एक ही जगह पर समाधान उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि यहां पर निवेश पूर्व परामर्श, भूमि बैंक से जुड़ी जानकारी और केंद्र व राज्य स्तर की स्वीकृतियों की सहूलियत सहित पूर्ण सुविधा, समर्थन उपलब्ध होगा। इस पर निवेशकों को एक खास करोबार की स्थापना के लिए जरूरी स्वीकृतियों के बारे में जानकारी और कारोबार शुरू करने के लिए इन स्वीकृतियों के लिए आवेदन करने, इन स्वीकृतियों की स्थिति जानने के साथ ही इस ऑल इन वन प्लेटफॉर्म के बारे में स्पष्टीकरण मांगने/ उपलब्ध कराने की सहूलियत देगा।
श्री गोयल ने इस प्लेटफॉर्म पर उपयोग होने वाले महत्वपूर्ण डाटा की सुरक्षा और प्रमाणिकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि अहम डाटा की सुरक्षा के लिए सभी सुरक्षा कदम उठाने चाहिए। उन्होंने इसके शुभारम्भ से पहले प्लेटफॉर्म की तीसरे पक्ष की ऑडिटिंग का भी सुझाव दिया है।
केंद्रीय मंत्री ने कोविड-19 से जुड़ी बाधाओं के बावजूद, परियोजना के विकास पर तेजी से काम करने में उत्साह, दिलचस्पी और खुलापन दिखाने के लिए सभी मंत्रालयों/ विभागों और राज्यों की सराहना की। उन्होंने कहा, “आपके अनुकरणीय योगदान, सहयोग और कड़ी मेहनत के सहारे ही इतनी बड़ी कवायद अब अग्रिम चरण में पहुंच गई है।”
श्री गोयल ने कहा कि पिछले अनुभवों से सबक लेते हुए हमें भविष्य में सुधार पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि इसकी सफलता ही डॉ. गुरुप्रसाद महापात्रा, सचिव, डीपीआईआईटी के लिए सच्ची श्रद्धांजलित होगी, जिनका हाल में निधन हो गया था।
इस बैठक में भाग लेने वालों ने पोर्टल से जुड़ने की अपनी तैयारियों पर स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने पोर्टल पर पंजीकरण कराने, विभिन्न मामलों का परीक्षण करने और सुधार के लिए क्षेत्रों की पहचान करने के लिए कहा गया है।